स्पाइस जेट विमान के केबिन में धुआं निकलने के मामले पर DGCA सख्त, कार्रवाई की चेतावनी
SpiceJet Emergency Landing: डीजीसीए ने बयान में कहा कि शुरुआती जांच में इंजन के तेल के विमान के एयर कंडीशनिंग सिस्टम में प्रवेश करने के सबूत मिले हैं, जिससे केबिन में धुआं उठा था.
SpiceJet Emergency Landing: स्पाइस जेट के गोवा से उड़े विमान की हैदराबाद में एमेरजेंसी लैंडिंग की घटना को गंभीरता से लेते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने सख्त एक्शन लिया है. डीजीसीए ने स्पाइस जेट को एक हफ्ते के भीतर सभी Q400 विमान इंजनों की जांच करने का आदेश दिया है. डीजीसीए ने सोमवार को एक बयान जारी करके कहा कि वह किसी भी भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए सभी उचित कदम उठाएगा.
बता दें कि 12 अक्टूबर को स्पाइस जेट गोवा से हैदराबाद की स्पाइस जेट की राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी. स्पाइस जेट के SG 3735 विमान के पायलट ने विमान से धुआं निकलते देखा जिसके बाद तुरंत एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) को सूचित किया. इसके बाद आनन-फानन में ग्राउंड स्टाफ को अलर्ट किया गया. हालांकि इस दुर्घटना में सभी यात्री सुरक्षित थे.
डीजीसीए दिए निर्देश
डीजीसीए ने बयान में कहा कि शुरुआती जांच में इंजन के तेल के विमान के एयर कंडीशनिंग सिस्टम में प्रवेश करने के सबूत मिले हैं, जिससे केबिन में धुआं उठा था. उड्डयन महानिदेशालय ने स्पाइस जेट को हर 15 दिनों में विमान में इस्तेमाल होने वाले सभी तेल के नमूने कनाडा भेजने का भी आदेश दिया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनमें कोई धातु या कार्बन सील मौजूद नहीं है. इसके अलावा डीजीसीए ने एयरलाइन को किसी भी धातु के कणों की मौजूदगी के लिए सभी Q400 विमानों पर चुंबकीय चिप डिटेक्टरों की तुरंत जांच करने का भी निर्देश दिया है.
गोवा से हैदराबाद के लिए उड़ान भरने वाले अपाउस जेट के विमान में 86 यात्री सवार थे. फ्लाइट ने गोवा से रात 9.55 बजे उड़ान भरी थी और रात 11.30 बजे हैदराबाद में निर्धारित लैंडिंग से ठीक पहले, पायलट ने कॉकपिट में धुआं देखा. कथित तौर पर इस घटना से यात्रियों में दहशत फैल गई और धुएं के कारण एक महिला यात्री बीमार हो गई थी.