अच्छी खबर! अब बिना बैगेज हवाई यात्रा होगी सस्ती, सिर्फ केबिन बैग ले जाने पर चुकानी होगी टिकट की कम कीमत
डीजीसीए की तरफ से जारी सर्कुलर में यह कहा गया कि फीडबैक के आधार पर ऐसा महसूस किया गया है कि यात्रा के दौरान एयरलाइंस की तरफ से जो सेवाएं मुहैया कराई जाती है, कई बार यात्रियों की उनकी जरूरत नहीं होती है.
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हवाई यात्रा करने वाले ऐसा यात्री जिनके पास सामान नहीं होगा उन्हें अब टिकट की कीमतों में छूट मिलेगी. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय की तरफ से इस बारे में शुक्रवार को सर्कुलर जारी किया गया है. इस सर्कुल में यह बताया गया है कि जो यात्री बिना बैगेज हवाई सफर करेंगे उन्हें एयर लाइंस की तरफ से टिकट की कीमतों में छूट दी जाएगी.
डीजीसीए की तरफ से जारी सर्कुलर में यह कहा गया कि फीडबैक के आधार पर ऐसा महसूस किया गया है कि यात्रा के दौरान एयरलाइंस की तरफ से जो सेवाएं मुहैया कराई जाती है, कई बार यात्रियों की उनकी जरूरत नहीं होती है. इसलिए सरकार की तरफ से यह तय किया गया है कि उन सेवाओं को अलग किया जाए और यात्रियों को टिकट बुक करने के दौरान विकल्प दिया जाए कि वे उस सुविधा को लेना चाहते हैं या नहीं.
Directorate General of Civil Aviation issues a circular, allowing airlines to give concessions in ticket prices to passengers who carry no baggage. pic.twitter.com/o8ygs7kkGo
— ANI (@ANI) February 26, 2021
ड्रोन के जरिये धान और गेहूं की फसल की तस्वीरें लेगा कृषि मंत्रालय
इधर, कृषि मंत्रालय प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर धान और गेहूं के प्रति हेक्टेयर उत्पादन के आंकलन के लिए ड्रोन से तस्वीरें खींचेगा. नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने मंत्रालय को 100 जिलों में धान और गेहूं के प्रति हेक्टेयर उत्पादन के आकलन के लिए ड्रोन के जरिये तस्वीरें लेने की अनुमति दे दी है. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस बात की जानकारी दी.
कृषि मंत्री ने ट्वीट किया कि देश में फसल के प्रति हेक्टेयर उत्पादन के आंकलन का यह पहला रिमोट सेंसिंग प्रौद्योगिकी आधारित सबसे बड़ा पायलट अध्ययन है. पायलट अध्ययन में ड्रोन से खींची गई तस्वीरों के अलावा सैटेलाइट आंकड़ों, बायोफिजिकल मॉडल, स्मार्ट सैंपलिंग, कृत्रिम मेधा (एआई) का भी इस्तेमाल किया जाएगा.
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