कोच्चि: तेल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को तेल उत्पादक देशों को कृत्रिम रूप से कीमतों में बढ़ोतरी का दोषी ठहराया. गौरतलब है कि पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतें अब तक के सर्वकालिक उच्च स्तर पर हैं. ईंधन की बढ़ती कीमतों पर विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हैं.


धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कच्चा तेल महंगा होने के साथ ही हम कीमतों को लेकर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. वे रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बीपीसीएल कोच्चि रिफाइनरी में पेट्रोकेमिकल पार्क के उद्घाटन में शामिल होने आए हैं. उन्होंने कहा कि कोविड-19 लॉकडाउन के कारण दुनिया भर में पेट्रोलियम उत्पादों की मांग में कमी आई और पेट्रोलियम उत्पादकों को उत्पादन में कमी करनी पड़ी. उन्होंने आगे कहा, ‘‘अब अर्थव्यवस्था फिर से उठ खड़ी हुई है और भारत लगभग कोविड-19 से पहले की ​​स्थिति में लौट आया है. हालांकि, तेल उत्पादकों ने उत्पादन नहीं बढ़ाया है.’’






मंत्री ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे यह कहते हुए खेद है कि तेल उत्पादक देश उपभोक्ता देशों के हितों के बारे में नहीं सोच रहे हैं. उन्होंने कृत्रिम मूल्य तंत्र का निर्माण किया है. इससे उपभोक्ता देशों को परेशानी हो रही है.’’उन्होंने कहा कि हालांकि, तेल उत्पादक देशों ने उत्पादन बढ़ाने के बारे में कुछ सकारात्मक बातें कही हैं.


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