IT Raids On Dheeraj Sahu: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर बुधवार (6 दिसंबर) को इनकम टैक्स अधिकारियों ने छापेमारी की थी. खासकर ओडिशा, बंगाल और झारखंड में की गई इस छापेमारी में आईटी विभाग ने शनिवार (9 दिसंबर) तक 300 करोड़ रुपये की भारी भरकम नकदी बरामदगी का दावा किया था. 4 दिन पहले हुई छापेमारी के बावजूद करीब तीन दर्जन नोट गिनने की मशीनों की मदद से यह काउंटिंग चल रही है लेकिन अभी अभी पूरी नहीं हो पाई है.
अधिकारियों ने कहा कि अभी परिसर में मिली अलमारियों के रैक में रखी नकदी की लगातार जारी गिनती के चलते रकम बढ़कर 300 करोड़ हो गई है. उनका कहना है कि यह किसी भी एजेंसी की तरफ से एक ही ऑपरेशन में काला धन की अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी होगी. चलिए हम आपको 10 बिंदुओं में बताते हैं इस सबसे बड़ी छापेमारी किसने क्या कहा और इसकी बड़ी बातें क्या है.
जानिए 10 बड़ी बातें
1. इतनी बड़ी मात्रा में नकदी बरामदगी को लेकर बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई है. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी इस पर चुटकी ली. उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से ट्वीट कर लिखा, "देशवासियों को यह देखना चाहिए. शुक्रवार (8 दिसम्बर) को पीएम ने लिखा, "देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के 'भाषणों' को सुनें..., जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह 'मोदी की गारंटी' है.
2. बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेस कर विपक्षी इंडिया गठबंधन को तो निशाना बनाया ही, साथ ही गांधी परिवार और कांग्रेस को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है, उन्हें तुरंत इस्तीफ़ा देना चाहिए. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री की गारंटी है कि भ्रष्टाचार को फलने-फूलने नहीं दिया जाएगा और जो लोग भ्रष्टाचार करेंगे उन्हें जेल की सज़ा दी जाएगी."
3. गौरव भाटिया ने कहा, "नौ अलमारियां हैं जिनमें करीब 100 करोड़ से ज्यादा की नकदी मिली है. कांग्रेस के एक सांसद के यहां से 100 करोड़ की नकदी पकड़ी गई है. पार्टी में कितने सांसद है? पूरे विश्व का सबसे भ्रष्ट परिवार गांधी परिवार है."
4. बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने तंज कसते हुए कहा, "ये इस बात का सबूत है के मोहब्बत की दुकान में भ्रष्टाचार का व्यापार चल रहा था." इस मामले में अब तक साहू परिवार अथवा उनकी कंपनी की ओर से कोई सफाई नहीं आई है.
5. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने 'एक्स' पर लिख कर पूछा कि 2 लोकसभा चुनाव हारने के बाद धीरज साहू को 3 बार राज्यसभा क्यों भेजा गया. राहुल गांधी इस अवैध नकदी बरामदगी पर पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए हैं. क्यों? वह पैसा किसके लिए था? ये रिश्ता क्या कहलाता है?
6. बीजेपी के अमित मालवीय ने 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान राहुल गांधी के साथ धीरज साहू की एक फोटो शेयर की है. इसको साझा करते हुए मालवीय ने कहा कि दरअसल, यह यात्रा देश के चोरों को एकजुट करने की थी.
7. नोटों की गिनती जारी रहने के मामले को लेकर एसबीआई के रीजिनल मैनेजर ने बताया कि बैंक खुले होने की वजह से कैश काउंटिंग के लिए पूरे स्टॉफ को नहीं लगाया गया. बैंक मैनेजर भगत बेहरा ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि उम्मीद की जा रही है कि नोटों की गिनती का काम मशीनों और कर्मचारियों की और तैनाती के साथ रविवार तक पूरा हो सकता है.
8. वहीं कांग्रेस ने भी अपने नेता पर ही सवाल उठाए हैं. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि सांसद धीरज साहू के बिजनेस से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है. जयराम रमेश ने कहा कि आयकर अधिकारियों द्वारा उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में कैश बरामद किया जा रहा है. इस कैश के बारे में सिर्फ वही बता सकते हैं और उन्हें यह स्पष्ट करना भी चाहिए.
9. उद्योगपति राय साहब बलदेव साहू के पुत्र धीरज प्रसाद साहू का जन्म 23 नवंबर 1959 को लोहरदगा स्थित पैतृक आवास में हुआ. रांची के लोकसभा सांसद रहे स्वर्गीय शिव प्रसाद साहू के भाई धीरज साहू तीन बार से लगातार राज्यसभा सांसद हैं. पहली बार वे जून 2009 के उपचुनाव में राज्यसभा सांसद बने थे.
10. राज्य सभा की वेबसाइट के अनुसार वो 2009 में राज्य सभा सांसद बने थे. जुलाई 2010 में वो एक बार फिर झारखंड से राज्य सभा के लिए चुने गए. तीसरी बार वो मई 2018 में राज्य सभा के लिए चुने गए. धीरज प्रसाद की अपनी वेबसाइट के अनुसार वो एक व्यापारी परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता राय साहब बलदेव साहू अविभाजित बिहार के छोटानागपुर से थे और उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में हिस्सा लिया था. देश के आजाद होने के वक्त से ही उनका परिवार कांग्रेस के साथ जुड़ा रहा है. उन्होंने खुद 1977 में राजनीति में कदम रखा.
वो लोहरदगा जिला यूथ कांग्रेस में शामिल रहे. भाई शिव प्रसाद साहू रांची से दो बार कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा सांसद रहे. रांची के मारवाड़ी कॉलेज से बीए तक की पढ़ाई की है और झारखंड के लोहरदगा में रहते हैं. 2018 में राज्य सभा के लिए चुने जाने की प्रक्रिया में धीरज साहू ने जो हलफ़नामा दायर किया था. इसमें उन्होंने अपनी संपत्ति 34.83 करोड़ बताई थी. उन्होंने 2.04 करोड़ चल संपत्ति होने का दावा भी किया था. हलफनामे के अनुसार उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं था. उनके पास एक रेंज रोवर, एक फॉर्च्यूनर, एक बीएमडब्ल्यू और एक पाजेरो कार है.
ये भी पढ़ें :आखिर कहां से आया इतना कालाधन?