DHFL Scam Case: कोर्ट ने वधावन बंधुओं को 8 दिनों की सीबीआई रिमांड में भेजा, देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले के हैं आरोपी
सीबीआई के मुताबिक धीरज वधावन और कपिल वधावन को लखनऊ जेल से ट्रांजिट रिमांड पर पेश करने के लिए दिल्ली लाया गया. दोनों को इसके पहले मुंबई में गिरफ्तार कर लखनऊ लाया गया था.
Banking Fraud: देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले (Banking Scam) 34 हजार करोड़ रुपए के बैंक घोटाले मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने डीएचएफएल (DHFL) कंपनी के निदेशकों धीरज वधावन (Dheeraj Wadhawan) और कपिल वधावन (Kapil Wadhawan) को गिरफ्तार कर लिया है. दिल्ली की विशेष सीबीआई अदालत ने पूछताछ के लिए दोनों को 8 दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है. इस मामले में पहले से ही गिरफ्तार अजय रमेश को भी अदालत ने 2 दिन की सीबीआई कस्टडी बढ़ा दी है.
सीबीआई के मुताबिक इस मामले में धीरज वधावन और कपिल वधावन को पहले लखनऊ जेल से ट्रांजिट रिमांड पर पेश करने के लिए दिल्ली लाया गया. दोनों को इसके पहले दूसरे मामले में मुंबई में गिरफ्तार कर लखनऊ लाया गया था तब से वे लखनऊ जेल में थे.
सीबीआई ने दोनों को आज दिल्ली की राउज एवेन्यू स्थित विशेष सीबीआई अदालत के सामने पेश किया. जहां कोर्ट को बताया गया कि 34 हजार करोड़ रुपए के डीएचएफएल बैंक घोटाले मामले में यह दोनों भी आरोपी हैं और इन दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ करना आवश्यक है.
सीबीआई ने मांगी 10 दिन की रिमांड
सीबीआई के मुताबिक इसके बाद उन दोनों को आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार किया गया और कोर्ट से सीबीआई ने 10 दिन की रिमांड मांगी. दोनों पक्षों को सुनने के बाद सीबीआई की विशेष अदालत ने दोनों को 8 दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया. सीबीआई ने आज ही इस मामले में गिरफ्तार अजय रमेश को भी सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश किया क्योंकि उसकी रिमांड अवधि आज समाप्त हो रही थी. अजय रमेश को पिछले हफ्ते मुंबई में हुई छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया था.
अजय रमेश के यहां सीबीआई ने छापेमारी के दौरान लगभग ₹40 करोड़ की मूर्तियां और पेंटिंग्स तथा 1 करोड़ रुपए की बहुमूल्य घड़ियां बरामद की थी. माना जा रहा था कि यह सारा सामान बैंक घोटाले की रकम से जुड़ा हुआ है. सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि इस बैंक घोटाले मामले में अजय रमेश के अलावा वधावन बंधुओं को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जानी आवश्यक है.
सीबीआई हिरासत में की गई पूछताछ?
जिससे यह पता चल सके कि घोटाले से संबंधित रकम और कहां कहां गई थी. लिहाजा अजय रमेश की रिमांड अवधि भी बढ़ा दी जाए. विशेष अदालत ने इसके बाद अजय रमेश की रिमांड अवधि भी अगले 2 दिनों के लिए बढ़ा दी. अब सीबीआई (CBI) हिरासत में इन सभी को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी. इस पूछताछ के दौरान कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं मामले की जांच जारी है.