Dibrugarh Train Accident: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में गुरुवार (18 जुलाई) को चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही एक ट्रेन के 8 डिब्बे मोतीगंज और झिलाही रेलवे स्टेशनों के बीच पटरी से उतर गये. हादसे में तीन लोगों की जान चली गई जबकि 30 लोग घायल हुए. 


गोंडा की डीएम नेहा शर्मा ने कहा, "मृतकों की संख्या बढ़कर 3 हो गई है, जबकि घायलों की संख्या 30 हो गई है." हालांकि, जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस घटना में पहले चार लोगों की मौत की पुष्टि की थी. हादसे के बाद इस रूट पर चलने वाले ट्रेनों को डायवर्ट या कैंसिल कर दिया गया है. 


ये दुर्घटना यूपी के गोंडा-गोरखपुर रेल खंड पर मोतीगंज और झिलाही रेलवे स्टेशन के बीच हुआ. जहां चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के 8 डिब्बे पटरी से उतर गए. यात्रियों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है और ट्रैक को साफ करने का काम किया जा रहा है. इस हादसे की वजह से इस रूट पर चलने वाली 13 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं. जिनमें से 2 को रद्द किया गया, जबकि 11 ट्रेनों के रूट बदले गए. 


हादसे में 30 लोग घायल


मामले पर राहत आयुक्त जी.एस. नवीन कुमार ने बताया कि घायलों में से 30 लोगों को मामूली चोटें आई हैं, जबकि पांच गंभीर रूप से घायल थे. उनमें से 25 लोगों का मनकापुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार किया जा रहा है, जबकि काजीदेवर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 5 और गम्भीर रूप से घायल 3 लोगों का जिला अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. 


8 मरीज अस्पताल में एडमिट-चिकित्सा अधीक्षक


गोंडा के चिकित्सा अधीक्षक एम डब्लू खान ने बताया, हमारे पास 12 मरीज लाए गए थे, इसमें से 4 की स्थिति गंभीर थी. एक मरीज के पैर में क्रश इंजरी थी, जिसका पैर काटना पड़ा. बाकी तीन मरीजों को हेड इंजरी थी, उनको प्राथमिक उपचार के बाद लखनऊ रेफर किया गया है. हालांकि, 8 अभी हमारे अस्पताल में है, इनमें से किसी को सीरियस इंजरी नहीं है.


पीड़ितों ने बयां किया दर्द


इस बीच रेल हादसे के पीड़ित मनोज पंडित ने बताया, इस एक्सीडेंट में मेरे बच्चे का हाथ टूट गया है, पत्नी के अंगुली में फ्रैक्चर है और मेरे पैर में चोट लगी है. डॉक्टर ने बताया है कि दो-चार दिनों में सब ठीक हो जाएगा. इसके अलावा एक अन्य पीड़ित यूपी गोरखपुर के रहने वाले जितेंद्र यादव ने बताया, मैं अपने भाई और दोस्त के साथ ट्रेन में था. हादसे में भाई घायल हो गया है और उसका कंधा टूट गया है और सिर में भी चोट आई है.


लोको पायलट ने एक्सीडेंट से पहले सुनी धमाके की आवाज  


यूपी के गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ रेल हादसा मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. जहां ट्रेन के लोको पायलट ने दावा किया है कि उन्होंने हादसे से पहले धमाके के आवाज सुनी थी. रेलवे के सूत्रों के मुताबिक लोको पायलट का नाम त्रिभुवन है, जिन्होंने ये दावा किया है.


रेल मंत्रालय ने किया मुआवजे का ऐलान


भारतीय रेलवे ने मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे का भी ऐलान किया. रेल मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतकों के परिवार को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई है. इसके साथ ही सीआरएस जांच के अलावा, उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं.


ये भी पढ़ें: Dibrugarh Express Derailed: यूपी के गोंडा में बड़ा ट्रेन हादसा, पटरी से उतरे डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के 10 डिब्बे, 2 की मौत, कई घायल