अगर शिवजी और नंदी की मूर्तियां नहीं पी रही तो दूध जा कहां रहा है? जानिए- अफवाह का वैज्ञानिक सच
लखनऊ यूनिवर्सिटी में फ़िज़िक्स के प्रफ़ेसर डॉ. एनके पांडेय के मुताबिक़ ''ये सरफ़ेस टेन्शन यानी प्रश्ठ तनाव की वजह से होता है. आप घर में भी थोड़ी सी ड्राई मूर्ति बनाइए, उसे दूध पिलाएंगे तो वो भी पिएगी.''
नई दिल्ली: सावन का महीना चल रहा है और पूरा देश भक्ति के रस में सराबोर है. गली मोहल्ले से लेकर हाइवे तक कांवड़ियों की भीड़ है. वहीं दूसरी तरफ शिव मंदिरों में भक्तों की लंबी-लंबी कतारें नजर आ रही हैं. जगह-जगह शिव और नंदी की मूर्तियों पर फल, फूल और प्रसाद चढ़ाए जा रहैं हैं. मूर्तियों को दूध से स्नान भी कराया जा रहा है. लेकिन कई जगह से मूर्तियों के दूध पीने की अफवाहें भी फैल रही हैं.
कल्पना में ही हो सकता है कि भगवान की मूर्ति को भोग लगाएं और प्रभु भोग को पूरा का पूरा ग्रहण कर जाएं. लेकिन सोशल मीडिया कल्पनाओं को हकीकत बनाकर पेश करता है और जब हम ऐसा होता हुआ देखते हैं तो खुश हो जाते हैं. कई सारे वायरल वीडियो में भगवान की मूर्तियों को चम्मच से दूध पीते हुए दिखाया जा रहा है. पर सवाल है कि ये हुआ कैसे और अगर मूर्ति दूध नहीं पी रही तो दूध जा कहां रहा है?
लखनऊ यूनिवर्सिटी में फ़िज़िक्स के प्रफ़ेसर डॉ. एनके पांडेय के मुताबिक़ ''ये सरफ़ेस टेन्शन यानी प्रश्ठ तनाव की वजह से होता है. मूर्ति में तमाम पोर्स (छिद्र) होते हैं, जिससे लिक्विड अंडर सक होता है. मूर्तियों के दूध पीने के पीछे और कोई वजह नहीं है. इसे भ्रांति के रूप में फैलाया जाता है. मूर्ति एक लिमिट तक लिक्विड अब्ज़ॉर्ब करती है. कई जगह छलावा भी होता है, जहां लिक्विड की निकासी का मार्ग बना देते हैं. आप घर में भी थोड़ी सी ड्राई मूर्ति बनाइए, उसे दूध पिलाएंगे तो वो भी पिएगी.''
यूपी और बिहार के कई हिस्सों में फैली अफवाह बिहार में यूपी में शिवजी और नंदी की मूर्ति के दूध पीने की अफवाह फैल गई जिसके बाद मंदिर में लोगों की भीड़ जुटने लगी. भीड़ अधिक होने पर पुलिस को सूचना दी गई. सूचना मिलने के बाद भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस बल को मंदिर पहुंचना पड़ा.
दरअसल, सीतामढ़ी सुरसंड पथ के मोहनपुर चौक स्थित मंदिर में शिव व नंदी की मूर्ति के दूध पीने की बात पर मंदिर के पास हजारों लोगों की भीड़ जुट गई. सूचना मिलने पर भीड़ को काबू करने के लिए नगर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार मिश्रा पुलिस बल के साथ मंदिर परिसर में पहुंच गए. मंदिर के पुजारी ने कहा कि अचानक शनिवार की देर शाम अफवाह फैली की शिव मंदिर में स्थित शिव व नंदी की मूर्ति दूध पी रहे हैं. थोड़ी देर में हजारों भक्त मंदिर पहुंचकर मूर्ति को दूध पिलाने का प्रयास करने लगे. लोगों की भीड जब धीरे-धीरे अधिक होने लगी तो फिर पुलिस को सूचना दी गई. बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में भी कई मंदिरों में यही नजारा देखने को मिला.
1995 में देशभर में फैली थी ऐसी ही अफवाह सितंबर 1995 में देशभर में यह अफवाह फैली थी कि भगवान गणेश की मूर्तियां दूध पी रही हैं. उस समय गणेश मंदिरों पर भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा था. कई दिन तक इस चमत्कार की अफवाह के कारण भक्तों की भीड़ इकट्ठा होती रही थी. लेकिन कुछ समय बाद पता चला कि किसी तांत्रिक ने ऐसी अफवाह उड़ाई गई थी. यह अफवाह इतनी प्रबल तरीके से फैली थी कि भारत के अलावा नेपाल, अमेरिका समेत कई देशों में इसका असर देखने को मिला था.
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