क्या दाऊद इब्राहिम ने खुद फैलाई मौत की झूठी खबर?
Dawood Ibrahim: दाऊद इब्राहिम के करीबी छोटा शकील के दावे के बाद साफ हो गया है कि भारत का मोस्ट वॉन्टेड अपराधी अभी जिंदा है. हालांकि, सवाल यह भी है कि आखिर उसकी मौत की अफवाह किसने फैलाई?
Dawood Ibrahim News: दो दिनों तक सोशल मीडिया पर हुई बयानबाजी के बाद ये तो तय हो गया है कि भारत का मोस्ट वॉन्टेड अपराधी दाऊद इब्राहिम जिंदा है, लेकिन सवाल ये है कि आखिर उसकी मौत की अफवाह किसने फैलाई? आखिर वो कौन है, जिसे दाऊद इब्राहिम की मौत की अफवाह से फायदा हो सकता है. क्या वो खुद दाऊद इब्राहिम है, जिसने अपनी मौत की खबर उड़ाई, ताकि उसकी सुरक्षा और बढ़ाई जा सके या फिर उसे डर है उस अनजान शख्स से, जो पाकिस्तान में बैठे आतंकियों को एक-एक करके मारता जा रहा है. आज हम आपको इसी के बारे में बताएंगे.
दाऊद इब्राहिम को जहर दिए जाने और उसकी मौत हो जाने की बात पर मुहर तब लगी, जब मुंबई के एक सामाजिक कार्यकर्ता नीरज गुंडे ने अपने एक्स हैंडल पर पीएमओ इंडिया, प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को टैग करके लिखा- ''जहर दिए जाने के बाद दाऊद इब्राहिम बेहोश है, ऐसे ट्वीट्स चल रहे हैं. हमने एक सोर्स के जरिए खबर की पुष्टि करने की कोशिश की. उसने बताया है कि दाऊद की हालत गंभीर है. उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. इस खबर को वेरिफाई करने की जरूरत है.''
पाकिस्तानी पत्रकार ने किया दाऊद ही मौत का दावा
इससे पहले कि मुंबई पुलिस या भारत की कोई सुरक्षा एजेंसी इस खबर की पुष्टि करती, पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काजमी ने एक यूट्यूब वीडियो में दावा कर दिया कि दाऊद की मौत अब बेहद नजदीक है. हालांकि, दाऊद के सबसे करीबी छोटा शकील के दावे के बाद तो साफ हो गया है कि दाऊद को कुछ भी नहीं हुआ है, लेकिन सवाल ये है कि आखिर दाऊद के मौत की अफवाह फैली ही क्यों?
खुद दाऊद ने फैलाई अफवाह
एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये सिर्फ इस वजह से किया गया है कि दाऊद इब्राहिम को टार्गेटेड किलिंग से बचाया जा सके और ये अफवाह किसी और ने नहीं बल्कि खुद दाऊद इब्राहिम ने ही फैलाई ताकि पाकिस्तान उसकी सुरक्षा को और सख्त कर दे, ताकि उसका भी अंजाम उन आतंकियों की तरह न हो, जिन्हें हाल ही में कुछ अज्ञात लोगों ने पाकिस्तान में ही मार दिया.
दरअसल, पिछले करीब दो साल में पाकिस्तान में छिपे हुए कम से कम 18 बड़े आतंकियों की हत्या हो चुकी है और पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों अब तक एक भी हत्यारे को पकड़ नहीं सकी हैं. जितने भी आतंकियों की हत्याएं हुई हैं, वो सभी भारत में हुए बड़े बम धमाकों के आरोपी रहे हैं और भारत में धमाका करके पाकिस्तान में छिपकर रह रहे हैं.
2023 में 16 आतंकी ढेर
साल 2023 में ही कम से कम 16 आतंकवादियों की पाकिस्तान में हत्या हो चुकी है और इनकी हत्या की जिम्मेदारी न तो किसी आतंकी संगठन ने ली है और न ही किसी देश की सुरक्षा एजेंसी ने.मारे जाने वाले आतंकियों की फेहरिश्त में लश्कर-ए-तैयबा के सात आतंकी हैं.
इनमें अदनान अहमद उर्फ हंजला अहमद, मौलाना रहमान, सरदार हुसैन अरैन और मुफ्ती कैसर कराची में ही मारे गए थे. ख्वाजा शाहिद को पीओके की नीलम घाटी में मारा गया था. खैबर पख्तूनख्वा में अकरम गाजी को अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारी थी. खालिद बशीर लाहौर में मारा गया था.
इसके अलावा जैश-ए-मोहम्मद के रहीमुल्लाह तारीक की कराची में और शाहिद लतीफ की सियालकोट में हत्या की गई थी. दाऊद मलिक मसूद अजहर का गुर्गा था, जिसे नॉर्थ वजीरिस्तान में मार दिया गया. मोहम्मद रियाज उर्फ अबु कासिम पीओके के रावलकोट में मारा गया था. खालिस्तान कमांडो फोर्स के परमजीत सिंह पंजवड़ की लाहौर में हत्या हुई थी.
लश्कर और जैश दोनों के लिए काम करने वाला सैयद नूर शलोबर खैबर पख्तूनख्वा में मारा गया था. बशीर अहमद पीर हिज्बुल मुजाहिदीन का आतंकी था, जिसे रावलपिंडी में मौत के घाट उतार दिया गया. सैय्यद खालिद राजा अल बद्र से जुड़ा था, जिसकी कराची में हत्या की गई. इसके अलावा आईएसआई से जुड़े एजाज अहमद अहंगर की अफगानिस्तान में गोली मारकर हत्या कर दी गई.
दाऊद को सता रहा मौत का डर
इसके अलावा कनाडा में निज्जर की हत्या और अमेरिका में गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कोशिश ने भी भारत के मोस्ट वॉन्टेड अपराधी को इतना डरा दिया है कि उसे अपनी सुरक्षा की चिंता है. उसकी मौत की अफवाह ने उसकी सुरक्षा को इतना ज्यादा बढ़ा दिया है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता है. और ये सब तब है, जब पाकिस्तान आधिकारिक तौर पर मानने को तैयार भी नहीं है कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में ही है.
पहले भी आ चुकी है गैंगस्टर की मौत की खबर
वैसे ये पहली बार नहीं है कि जब दाऊद इब्राहिम की मौत की अफवाह फैली है. इससे पहले भी साल 2016 में दावा किया गया था कि दाऊद इब्राहिम के एक पैर में गैंगरीन हो गया है और उसका पैर काटना पड़ा है, लेकिन ये खबर भी झूठी निकली. फिर अगले साल 2017 में ही अफवाह फैली कि ब्रेन ट्यूमर या फिर हॉर्ट अटैक की वजह से दाऊद इब्राहिम की मौत हो गई है. तब भी छोटा शकील ने ही कहा कि खबर झूठी है और दाऊद बिल्कुल ठीक है.
इसके बाद जब पूरी दुनिया में कोरोना फैला हुआ था तो 2020 में भी दावा किया गया कि कोरोना की वजह से दाऊद इब्राहिम की भी मौत हो गई है. लेकिन बाद में पता चला कि मौत दाऊद इब्राहिम की नहीं बल्कि उसके भतीजे सिराज कासकर की हुई थी और अब एक बार जब फिर से उसकी मौत की अफवाह उड़ी है तो छोटा शकील ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है.
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