West Bengal: क्या है बंगाल की ममता सरकार की स्कीम 'दीदी सुरक्षा कवच', जिस पर मचा हुआ है हंगामा, जानें
West Bengal News: बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने 'दीदीर सुरक्षा कवच' अभियान को ड्रामा बताया है. उन्होंने कहा कि हम लोग 'दुआरे सरकार' और 'दीदी के बोलो' पहल देख चुके हैं.
Didir Suraksha Kawach: पश्चिम बंगाल में इस साल होने वाले पंचायत चुनाव को देखते हुए टीएमसी सरकार ने सोमवार (02 जनवरी) को एक नया अभियान 'दीदीर सुरक्षा कवच' (didir suraksha kawach) शुरू किया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने इस अभियान को शुरू किया. अब इस पर बीजेपी ने तंज कसा है.
बीजेपी के दिग्गज नेता और नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी पर हमला बोलते हुए कहा, "यह और कुछ नहीं बल्कि टीएमसी का एक और ड्रामा है. इससे पहले हमने इसकी 'दुआरे सरकार' और 'दीदी के बोलो' पहल देखी थी. इस तरह के कदमों के बावजूद राज्य में भ्रष्टाचार नहीं रुका और उनके नेता अब जेल में हैं.
'दीदीर सुरक्षा कवच' पर बीजेपी का तंज
शुभेंदु अधिकारी ने 'दीदीर सुरक्षा कवच' अभियान को बीजेपी की नकल बताया. उन्होंने कहा, "बीजेपी के पास पहले से ही इस तरह का अभियान (दीदिर सुरक्षा कवच) है. यह अच्छी बात है कि वे हमारी नकल कर रहे हैं."
बीजेपी प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, "हमने 'दीदी के बोलो' और 'दुआरे सरकार' पहल और प्रशासनिक समीक्षा बैठकें देखी हैं, जो प्रशासन के स्पष्ट राजनीतिकरण के अलावा और कुछ नहीं है. अब जब पार्टी को लोगों के सवालों का सामना करना पड़ रहा है तो वह इन अभियानों के साथ सामने आ रही है."
11 जनवरी से शुरू होगा अभियान
'दीदीर सुरक्षा कवच' के तहत टीएमसी नेता पूरे राज्य का दौरा करेंगे और जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करेंगे. इसके तहत पार्टी 11 जनवरी से 60 दिवसीय अभियान शुरू करेगी. इसमें पार्टी नेता यह सुनिश्चित करेंगे कि हर किसी को राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले. सीएम ममता ने कहा, "लगभग साढ़े तीन लाख पार्टी कार्यकर्ता राज्य के लगभग 10 करोड़ लोगों के बीच पहुंचेंगे."
'प्रवास योजना' शुरू करेगी बीजेपी
'दीदीर सुरक्षा कवच' की तरह बीजेपी ने भी 'प्रवास योजना' शुरू की है. इसके तहत बीजेपी सांसदों और दिग्गज नेताओं को लोकसभा सीटों पर प्रवास करना होगा. पार्टी का फोकस उन लोकसभा सीटों पर है, जिन्हें पार्टी 2019 में हार गई थी. बीजेपी ने अब उन सीटों को जीतने के लिए ये रणनीति तैयार की है. पार्टी नेता और सांसद उन सीटों की जनता को मोदी सरकार की योजनाओं की जानकारी देंगे. ऐसी कई यात्राओं में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, कपिल मोरेश्वर पाटिल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, धर्मेंद्र प्रधान सहित कई नेता स्थानीय कार्यकर्ता के घर पर रुक चुके हैं.