मुंबई: कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है. महाराष्ट्र की स्थिति बहुत खराब है. आंकड़े 20 हजार के पार पहुंच चुके हैं. लॉकडाउन और सख्ती से लागू है. महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में फंसे प्रवासी मजदूर वापस अपने घर जाना चाहते हैं. मुंबई में उत्तर प्रदेश को जाने वाले मजदूर पिछले कई दिनों से स्थानीय पुलिस थानों में जमा हो रहे हैं. घर जाने के लिए आवेदन दे रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि पुलिस ने अब उत्तर प्रदेश के मजदूरों से आवेदन लेना बंद कर दिया है.


गौरतलब है कि मजदूरों को वापस भेजने के लिए महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री वैसे ही आमने सामने आ चुके हैं. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक कह चुके हैं कि उत्तर प्रदेश की सरकार अपने लोगों को वापस नहीं लेना चाहती.


वहीं उत्तर प्रदेश की सरकार का कहना है कि बिना कोरोना टेस्ट के किसी को वापस नहीं ले सकते. ट्रेन की टिकट को लेकर भी दोनों राज्यों में मतभेद जारी है. दोनों ही राज्यों के बीच कोई ठोस फैसला अब तक नहीं हो पाया है. इसको लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी की ओर से महाराष्ट्र के सचिव को पत्र लिखा गया है. रेलवे की तरफ से अब निर्णय लिया गया है की ट्रेन चलाकर लोगों को वापस लाने की कवायद की जाएगी.


महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,278 नए मामले सामने आए, 53 रोगियों की मौत
महाराष्ट्र में कोविड-19 संक्रमण के 1,278 नए मामले सामने आने के बाद रविवार को संक्रमितों की संख्या बढ़कर 22,171 हो गई. इसके अलावा 53 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों की तादाद 832 तक पहुंच गई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.


उन्होंने कहा कि 53 मृतकों में से 19 मुंबई से हैं जबकि नासिक जिले के मालेगांव में 14, पुणे और जलगांव में पांच-पांच, धुले में दो, धुले (ग्रामीण), पिंपरी-चिंचवाड़, अहमदनगर, औरंगाबाद, नंदुरबार, सोलापुर और वसाई-विरार में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई. अधिकारियों ने कहा, 'मालेगांव में 27 से 10 मई के बीच 14 लोगों की मौत हुई, जिसकी जानकारी आज मिली है. यहां मध्य प्रदेश के एक निवासी की भी कोविड-19 संक्रमण से मौत हुई है.'


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