Digital India Week 2022: '...लेकिन कुछ लोगों का ध्यान इस बात पर था कि वैक्सीन सर्टिफिकेट पर मोदी की तस्वीर क्यों है?', पीएम का विपक्ष पर निशाना
पीएम मोदी ने गुजरात के गांधीनगर में आयोजित डिजिटिल इंडिया वीक 2022 के कार्यक्रम में कहा कि समय के साथ जो देश आधुनिक टेक्नोलॉजी को नहीं अपनाता. समय उसे पीछे छोड़कर आगे निकल जाता है.
PM Modi Digital India Week 2022: गांधीनगर में डिजिटल इंडिया सप्ताह 2022 में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आलोचकों को आड़े हाथ लेते हुए सोमवार को कहा कि जब पूरी दुनिया इस बात की चर्चा कर रही थी कि भारत कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण के बाद अपने नागरिकों को तत्काल प्रमाणपत्र दे रहा है, तब कुछ लोग केवल ये बातें कर रहे थे कि प्रमाणपत्रों पर उनकी तस्वीर क्यों है?
उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल पूरी मानवता के लिए कितना क्रांतिकारी है. इसका उदाहरण भारत ने डिजिटल इंडिया अभियान के तौर पर पूरे विश्व के सामने रखा है. उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि आठ वर्ष पहले शुरू हुआ ये अभियान बदलते हुए समय के साथ खुद को विस्तार देता रहा है.
पीएम मोदी ने गुजरात के गांधीनगर में आयोजित डिजिटिल इंडिया वीक 2022 के कार्यक्रम में कहा कि समय के साथ जो देश आधुनिक टेक्नोलॉजी को नहीं अपनाता. समय उसे पीछे छोड़कर आगे निकल जाता है. तीसरी औद्योगिक क्रांति के समय भारत इसका भुक्तभोगी रहा है. लेकिन आज हम ये गर्व से कह सकते हैं कि भारत चौथी औद्योगिक क्रांति 'इंडस्ट्री 4.0' में दुनिया को दिशा दे रहा है.
डिजिटलाइजेशन ने लोगों को लाइनों से छुटकारा दिलाया
सिर्फ 8-10 साल पहले की स्थितियों को याद कीजिए तो आप पाएंगे कि बर्थ सर्टिफिकेट लेने के लिए लाइन, बिल जमा करने के लिए लाइन,राशन के लिए लाइन,एडमिशन के लिए लाइन, रिजल्ट और सर्टिफिकेट के लिए लाइन, बैंकों में लाइन लगानी पड़ती थी. लेकिन इस सबका समाधान भारत ने ऑनलाइन होकर किया. Direct Benefit Transfer के माध्यम से बीते 8 साल में 23 लाख करोड़ रुपए से अधिक सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में पैसे भेजे गए हैं. इस टेक्नोलॉजी की वजह से देश के 2 लाख 23 हजार करोड़ रुपए गलत हाथों में जाने से बचे हैं.
मानवता के लिए क्रांतिकारी है डिजिटल दुनिया
पीएम ने कहा कि 8 साल पहले इंटरनेट डेटा के लिए जितने पैसे खर्च करने पड़ते थे, उससे कई गुना कम में आज उससे भी बेहतर इंटरनेट डेटा सुविधा मिल रही है. तकनीक का सही इस्तेमाल पूरी मानवता के लिए कितना क्रांतिकारी है इसका उदाहरण भारत ने डिजिटल इंडिया अभियान के तौर पर पूरे विश्व के सामने रखा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि उनको खुशी है कि 8 वर्ष पहले शुरू हुआ ये अभियान बदलते हुए समय के साथ खुद को विस्तार दे रहा है. हर साल डिजिटल इंडिया अभियान में नए आयाम जुड़े हैं, नई तकनीक का समावेश हुआ है.आज जो नए प्लेटफार्म और प्रोग्राम लॉन्च हुए हैं, वो इसी श्रृंखला को आगे बढ़ा रहे हैं.
कोविड महामारी के प्रबंधन पर क्या बोले पीएम मोदी?
हमने दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे प्रभावी वैक्सीनेशन और कोविड मैनेजमेंट अभियान चलाया. हमने देश की करोड़ों महिलाओं, किसानों, मज़दूरों, के बैंक अकाउंट में एक क्लिक पर हज़ारों करोड़ रुपए पहुंचाए. वन नेशन-वन राशन कार्ड की मदद से हमने 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को मुफ्त राशन सुनिश्चित किया. बीते आठ वर्षों में डिजिटल इंडिया ने देश में जो सामर्थ्य पैदा किया है, उसने कोरोना वैश्विक महामारी से मुकाबला करने में भारत की बहुत मदद की
डिजिटल और कोविड प्रबंधन पर क्या बोले पीएम मोदी
फिनटेक का प्रयास सही मायने में जनता के द्वारा, जनता के लिए समाधान है. इसमें जो टेक्नॉलॉजी है वो भारत की अपनी है यानि लोगों द्वारा. देशवासियों ने इसको अपने जीवन का हिस्सा बनाया. इसने देश वासियों के लेन देन को आसान बनाया. स्पेस हो, मैपिंग हो, ड्रोन हो, गेमिंग और एनीमेशन हो ऐसे अनेक सेक्टर जो future digital tech को विस्तार देने वाले हैं, उनको इनोवेशन के लिए खोल दिया गया है. IN-SPACe और नई ड्रोन पॉलिसी जैसे प्रावधान आने वाले वर्षों में भारत के tech potential को इस दशक में नई ऊर्जा देगा.
आज भारत अगले तीन-चार साल में इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण को 300 बिलियन डॉलर से ऊपर ले जाने के लक्ष्य पर काम कर रहा है. भारत Chip Taker से Chip Maker बनना चाहता है. सेमी कंडक्टर का उत्पादन बढ़ाने के लिए भारत जी से निवेश को आगे बढ़ा रहा है.