भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज दावा किया कि कोविड-19 का इलाज करा रहे या ठीक हुए कुछ व्यक्तियों में हो रहे दुर्लभ म्यूकरमाइकोसिस यानी ‘ब्लैक फंगस’ संक्रमण के इलाज के लिए जरूरी ‘एम्फोटेरिसिन’ इंजेक्शन अचानक बाजार से गायब हो गए हैं.


मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र में प्रदेश से राज्यसभा सांसद दिग्विजय ने कहा कि समाचार माध्यमों से जानकारी मिली है कि प्रदेश में कोविड के बाद ‘ब्लैक फंगस’ बीमारी तेजी से फैल रही है.


'भोपाल में ब्लैक फंगस के 70 से ज्यादा मरीज'
प्रदेश से राज्यसभा सांसद दिग्विजय ने कहा कि अकेले भोपाल शहर में ही 70 से ज्यादा ‘ब्लैक फंगस’ के ज्ञात मरीज हैं जिनमें से 23 शासकीय हमीदिया अस्पताल में भर्ती हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के अनेक शहरों से ‘ब्लैक फंगस’ के मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की खबरें आ रही हैं.


दिग्विजय ने दावा किया, ‘‘इस बीमारी के इलाज के लिए जरूरी एंटीफंगल इंजेक्शन एम्फोटेरिसिन अचानक बाजार से गायब हो गया है तथा मरीज के परिजन इसे लेने के लिए दवा की दुकानों पर भटक रहे हैं.’’


'कहीं एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन की भी कालाबाजारी न शुरू हो जाए'
कांग्रेस नेता ने आगे लिखा, ‘‘जिस तरह से मध्य प्रदेश में कोविड के इलाज के लिए उपयोगी रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है और नकली इंजेक्शन के धंधे में कई लोग शामिल पाए गए हैं, उससे आशंका पैदा होती है कि कहीं एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन की भी कालाबाजारी और नकली इंजेक्शन का कारोबार शुरू न हो गया हो.’’


दिग्विजय ने कहा, ‘‘मेरा आपसे (मुख्यमंत्री चौहान) अनुरोध है कि ‘ब्लैक फंगस’ के इलाज के लिए जरूरी इंजेक्शन एम्फोटेरिसिन की मरीजों के लिए अस्पतालों के माध्यम से आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित करने और इसकी कालाबाजारी और नकली दवा के कारोबार को रोकने के लिए तत्काल सख्त कदम उठाने का कष्ट करें.’’


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