Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कल धरना देंगे. उन्होंने कहा है कि वो 21 जनवरी 2022 को मुख्यमंत्री निवास के सामने डूब प्रभावित किसानों के साथ धरने पर बैठेंगे. दरअसल भोपाल, राजगढ़, विदिशा और गुना जिले में टेम और सुठालिया सिंचाई परियोजनाओं के अंतर्गत डूब में आ रहे परिवारों की समस्याओं को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने डूब प्रभावित किसानों के साथ उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने का समय मांगा था. 
पूर्व सीएम ने कई पत्रों के माध्यम से दोनों बांधों के डूब में आने वाले किसानों की परेशानियों के बारे में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था.


दिग्विजय सिंह धरने पर बैठेंगे


बताया जा रहा है कि पूर्व सीएम दिग्वजिय सिंह के पत्रों का जवाब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा नही दिया गया. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पिछले महीने डूब प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर लोगों से चर्चा की थी. बातचीत में लोगों द्वारा सरकार की मुआवजा नीति सहित विस्थापन और पुनर्वास के बहुत कम पैकेज का विरोध किया गया. दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री से किसानों और ग्रामवासियों की समस्याओं को लेकर मिलने का समय मांगा था और कहा था कि दोनों परियोजना से प्रभावित होने जा रहे 15-15 किसानों के प्रतिनिधिमंडलों के साथ कोविड प्रोटोकॉल के तहत मिलेंगे. 


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किसानों की समस्याओं की अनदेखी का आरोप


दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मिलने का समय देने के बाद मिलने से मना करना उनकी किसान विरोधी मानसिकता का परिचायक है. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह दृढ़ प्रतिज्ञ हैं कि वे 21 जनवरी 2022 को मुख्यमंत्री निवास के सामने डूब प्रभावित किसानों के साथ धरने पर बैठेंगे और अब ये कथित किसान पुत्र मुख्यमंत्री के विवेक पर निर्भर करता है कि वे कल किसानों से न मिलने की ज़िद पर अड़े रहेंगे या किसानों की समस्या हल करने के लिए उनसे मुलाकात करेंगे.


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