नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय के बयान पर तेलंगाना सरकार भड़क उठी है. दिग्विजय ने आरोप लगाया था कि तेलंगाना पुलिस ने ISIS की एक फर्जी वेबसाइट बना रखी है जो मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बताते हुए उन्हें आईएस मॉड्यूल्स में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर रही है.


दिग्विजय सिंह के आरोप का तेलंगाना पुलिस ने विरोध किया है. तेलंगाना पुलिस की ओर से कहा गया कि ऐसे आरोप से आतंकवाद के खिलाफ लड़ रही पुलिस का मनोबल गिरेगा.



दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि तेलंगाना पुलिस की सूचना पर मध्य प्रदेश पुलिस ने शाजापुर ट्रेन धमाके के आरोपियों को गिरफ्तार किया. उसी दिन कानपुर में सैफुल्ला को एनकाउंटर में मार गिराया.'


दिग्विजय सिंह ने दूसरा आरोप लगाया, 'क्या यह नैतिक है? क्या मुख्यमंत्री ने मुस्लिम युवाओं को फंसाने के लिए तेलंगाना पुलिस को अधिकार दिया है? अगर ऐसा है तो क्या उनकी जिम्मेदारी नहीं बनती कि वह इस्तीफा दे दें?'


आपको बता दें कि सैफुल्लाह लखनऊ में एक मकान के भीतर पुलिस से मुठभेड़ में मारा गया था और ये कार्रवाई एमपी के शाजापुर में एक पैसेंजर ट्रेन में हुए ब्लास्ट के ठीक बाद हुई थी. एमपी के सीएम के मुताबिक ट्रेन ब्लास्ट की तस्वीरें सीरिया तक भेजी गई थीं.