Dinesh Pratap Singh On Sonia Gandhi Letter: उत्तर प्रदेश के उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने सोनिया गांधी के पत्र पर जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने जनता के हित में नहीं बल्कि अपने हित में रायबरेली से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को इस बात का डर सता रहा है कि चुनाव हार जाएंगी तो सरकारी बंगला खाली करना पड़ेगा. दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि गांधी परिवार ने हमेशा रायबरेली और अमेठी वासियों को धोखा देने का काम किया है. उनके डीएनए में यही है. अब जब उन्हें लगता है कि उनका अस्तित्व यूपी में खत्म हो चुका है, तो यहां से भाग रही हैं.
रायबरेली-अमेठी के साथ कभी न्याय नहीं किया
दिनेश प्रताप सिंह ने कहा है कि राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा तो निकाल रहे हैं लेकिन वह जवाब दें कि क्या रायबरेली और अमेठी की जनता के साथ कांग्रेस ने कभी न्याय किया है. कांग्रेस सपा पर 20 सीटों का दबाव तो बना रही है, लेकिन उनकी हैसियत एक सीट जीतने की भी नहीं है.
'सोनिया गांधी ने किया फिरोज गांधी की मूर्ति का विरोध'
दरअसवल सोनिया गांधी ने रायबरेली वासियों के लिए पत्र जारी किया था, जिसका जवाब देते हुए मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने भी रायबरेली के लोगों के लिए पत्र जारी किया है. दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि जब उनके (सोनिया गांधी के) ससुर फिरोज गांधी की मूर्ति रायबरेली में लगनी थी तो इसका सबसे ज्यादा विरोध खुद सोनिया गांधी ने किया था. वह न अच्छी बहू बन पाईं और न ही अच्छी नेता. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी अच्छे पोते नहीं बन पाए और सबसे बड़ी बात जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं.
सोनिया गांधी ने लिखा है भावुक पत्र
बुधवार (14 फरवरी) को कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने राज्यसभा चुनाव के लिए राजस्थान से नामांकन दाखिल किया. इसके बाद गुरुवार को उन्होंने रायबरेली की जनता को एक भावुक पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए अगला चुनाव न लड़ने की बात कही. हालांकि, रायबरेली से गहरा रिश्ता बताते हुए जनता से आगे भी परिवार को संभालने की अपील की है.
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