अनुशासनहीनता के आरोपों का सामना कर रहे पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. कांग्रेस की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति की बैठक में यह फैसला किया गया. पार्टी ने के वी थॉमस को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है.


समिति के सदस्य सचिव और कांग्रेस महासचिव तारिक अनवर ने कहा कि बताया, ‘‘कांग्रेस के संविधान के अनुसार, कारण बताओ नोटिस देने का फैसला किया गया है. (दोनों को) एक सप्ताह का समय दिया गया है. अगर उनका जवाब संतोषजनक नहीं होगा, तो फिर समिति की बैठक होगी, जिसमें अंतिम निर्णय लिया जाएगा.’’


सुनील जाखड़ पर विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाले बयान देने और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ ‘आपत्तिजनक टिप्पणी’ करने का आरोप है. वीडियो में जाखड़ चन्नी के आलाकमान की पसंद होने पर सवाल खड़ा करते दिख रहे हैं. हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया. जाखड़ ने इंटरव्यू में कहा, ''आलाकमान को पता लगाना होगा कि किसको, कहां रखा जाना चाहिए.''


इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व कांग्रेसी विधायक राजकुमार वेरका ने बुधवार को आरोप लगाया कि जाखड़ ने दलितों के खिलाफ 'आपत्तिजनक भाषा' का उपयोग किया है और इसके लिए उन्हें तत्काल पार्टी से निकाला जाना चाहिए.


वहीं केरल के नेता के वी थॉमस पिछले दिनों पार्टी के रुख के खिलाफ जाकर राज्य में सत्तारूढ़ माकपा की एक संगोष्ठी में शामिल हुए थे. केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पार्टी नेतृत्व से उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है.


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