राजस्थान: परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार का खुलासा, 7 अधिकारी और 9 दलाल गिरफ्तार, 1.20 करोड़ रुपये जब्त
परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है. इस मामले में 7 अफसर और 9 दलालों को पकड़ा गया है.
जयपुर: एसीबी ने परिवहन विभाग में दलालों के जरिये वाहन मालिकों को डरा-धमकाकर मासिक बंधी वसूलने का खुलासा किया है. एसीबी टीम ने परिवहन निरीक्षक को दलाल से चालीस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है. दलाल के पास से अन्य अधिकारियों को देने के लिए रखे गए एक लाख बीस हजार रुपए जब्त कर लिए गए हैं.
ब्यूरो की ओर से परिवहन विभाग के सात अधिकारियों और नौ दलालों को पकड़ कर चलाए गए तलाशी अभियान में अब तक करीब एक करोड़ बीस लाख रुपए नगद, प्रोपर्टी के दस्तावेज और मध्यस्थ दलालों के पास से रिश्वत लेनदेन की सूचियों सहित अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य बरामद किए गये हैं. ब्यूरो के दलों का सर्च अभियान जारी है.
एसीबी के महानिदेशक आलोक त्रिपाठी ने बताया, ''भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को परिवहन विभाग के अधिकारियों की ओर से दलालों के जरिये वाहन मालिकों को डरा-धमकाकर मासिक बन्धी के रूप में रिश्वत राशि प्राप्त करने की सूचना मिली. इस पर मुख्यालय स्तर पर गोपनीय सत्यापन किया गया. संदिग्ध आरोपियों के गोपनीय रूप से किये गये सत्यापन से प्रकट हुआ कि परिवहन विभाग के अधिकारियों की ओर से दलालों के जरिय वाणिज्यिक वाहनों तथा बसों को चलाये जाने के लिये वाहन संचालकों को धमकियां देकर प्रतिमाह रिश्वत राशि मासिक बन्धी के रूप में नियमित रूप से प्राप्त की जा रही है. सत्यापन के पश्चात तकनीकी एवं मानवीय निगरानी भी की गई. इसी क्रम में तनुश्री लॉजिस्टिक और अन्य मध्यस्थ दलालों की ओर से 16 फरवरी को फरवरी माह की मासिक बन्धी के रूप में परिवहन अधिकारियों को रिश्वत राशि का भुगतान किया जाने की प्रबल सम्भावना थी.''
आलोक त्रिपाठी ने आगे बताया, '' ब्यूरो मुख्यालय से अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन की ओर से डेढ़ दर्जन टीमों का गठन कर कार्यवाही की गई, जिसमें परिवहन विभाग में फैले व्यापक भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ. कार्यवाही के दौरान परिवहन निरीक्षक उदयवीर सिंह दलाल मनीष मिश्रा के द्वारा चालीस हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया. दलाल मिश्रा के पास से अन्य अधिकारियों को मासिक बन्धी देने के लिए रखे एक लाख बीस हजार रुपए भी जब्त किए गए. इस प्रकार बड़े पैमाने पर प्राईवेट दलालों के जरिये वाहनों की सूची बनाकर उनकी मासिक बन्धी प्राप्त की जा रही थी. उसे परिवहन विभाग के अधिकारियों को पहुंचाया जा रहा था. इस क्रम में परिवहन विभाग के अधिकारी डीटीओ शाहजहांपुर गजेंद्र सिंह, डीटीओ चौमू विनय बंसल, डीटीओ मुख्यालय महेश शर्मा तथा परिवहन निरीक्षक शिवचरण मीणा, आलोक बुढानिया, नवीन जैन और रतन लाल को धर पकड़ कर इनके निवास की तलाशी की जा रही है.
आलोक त्रिपाठी ने कहा,'' ब्यूरो के दलों की ओर से किए जा रहे तलाशी अभियान में अब तक एक करोड़ बीस लाख रुपए के करीब नगद, प्रोपर्टी के दस्तावेज तथा मध्यस्थ दलालों के पास से रिश्वत लेनदेन की सूचियां, हिसाब-किताब का ब्योरा तथा लेपटॉप-मोबाईल फोन पर लेनदेन एवं रिश्वत हिसाब-किताब के महत्वपूर्ण साक्ष्य बरामद किए गये है. ब्यूरो के दलों का सर्च अभियान जारी है.
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