नई दिल्ली: दिल्ली गोल्फ क्लब में कपड़े और शक्ल के आधार पर हुए भेदभाव को लेकर शहरी विकास मंत्रालय ने गोल्फ क्लब से सफाई मांगी है. मेघालय की महिला तेलिन लिंगदोह के साथ यह भेदभाव हुआ. इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय के दखल के बाद शहरी विकास मंत्रालय ने गोल्फ क्लब से सफाई मांगी है.


विदेशी से वापस लौटते वक्त जब पीएम नरेंद्र मोदी को इस घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मामले को देखने को कहा. घटना पर पीएमओ ने कड़ा रुख अपनाते हुए शहरी विकास मंत्रालय से ये सुनिश्चित करने को कहा कि ऐसी घटना दोबारा ना हो. इसके बाद शहरी विकास मंत्रालय ने कड़ा रुख अपनाते हुए क्लब मैनेजमेंट के माफीनामे को खारिज़ करते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने को कहा है.


केंद्र सरकार के निर्देश के बाद क्लब ने पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के रिटायर्ड चीफ जस्टिस मुकुल मुदगल के नेतृत्व में भेदभाव की घटना की जांच के तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है. यह कमेटी ना सिर्फ इस घटना की जांच करेगी बल्कि आगे ऐसी घटना ना हो इस पर गाइडलाइन बनाएगी.


इसके बाद क्लब के स्टाफ कैसे बर्ताव करेंगे ये एडवाइजरी शहरी विकास जारी करेगा ताकि भेदभाव की घटना दोबारा ना हो. इस बारे में अंतरिम रिपोर्ट पीएमओ को भेज दी गई. लेकिन पीएमओ ने एक्शन टेकेन रिपोर्ट की मांग की है.