नई दिल्ली: साल 2014 में मोदी सरकार प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई थी. सरकार के चार साल के कार्यकाल के बाद पहली बार सरकार को संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ेगा. कल मानसून सत्र के पहले दिन ही संसद में विपक्ष ने अविश्वास की चुनौती पेश की. लोकसभा स्पीकर ने उसे स्वीकार कर लिया. कल लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश होगा और चर्चा होगी और फिर वोटिंग होगी. ऐसे में ये समझना बहुत जरूरी है कि कौनसा राजनीतिक दल एनडीए के पाले में है और कौनसा विपक्ष के. इससे ये भी साफ हो जागा कि 2019 की जंग में कौन सा दल किसके साथ है.


हमारी जीत तय- मोदी सरकार

सरकार का दावा है कि अविश्वास प्रस्ताव से उसे फायदा होगा. क्योंकि इसी बहाने पीएम मोदी देश के सामने अपनी बात रख सकेंगे और चार साल के काम की उपलब्धियां देश को बताने का बड़ा मौका मिल जाएगा. सरकार मनोवैज्ञानिक तौर पर यह भी साबित करेगी कि मोदी के सामने कोई नहीं है.

सरकार को हराना नहीं, पोल खोलना मकसद- विपक्ष

विपक्ष का कहना है कि मकसद सरकार को हराना नहीं, बल्कि उसकी पोल खोलना है. नीरव मोदी, बैंक घोटाला, भीड़ की हिंसा जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने का मौका मिलेगा. सोनिया गांधी का दावा है कि विपक्ष के पास नंबर हैं.

सबसे पहले जानें- एनडीए की कितनी सीटें हैं

बीजेपी 272, शिवसेना 18, एलजेपी 6, अकाली दल 4, आरएलएसपी 3, अपना दल 2, जेडीयू 2,एनआर कांग्रेस 1, पीडीपी 1, एनडीपी 1, पीएमके 1 और एसडीएफ 1. कुल सीटें मिलाकर हुईं 312.

विपक्ष की कितनी सीटें हैं



यूपीए 67, टीएमसी 34, बीजेडी 20, टीडीपी 16, टीआरएस 11, एआईएडीएमके 37 और अन्य 30. कुल सीटें मिलाकर हुईं कुल 215.

हालांकि ये साफ नहीं है कि कल फ्लोर टेस्ट पर क्या होगा. इसलिए ये कहना मुश्किल है कि मोदी का साथ किसको मिलेगा और किसको नहीं.

AIADMK- तमिलनाडु में जयललिता की पार्टी रही एआईएडीएमके मोदी सरकार के पक्ष में वोट करेगी. मुख्यमंत्री पलानीसामी ने इसका एलान किया है. मोदी सरकार को समर्थन की वजह टीडीपी से नाराजगी है. टीडीपी ने कावेरी नदी के पानी बंटवारे के विवाद पर एआईएडीएमके का साथ नहीं दिया था. एआईएडीएमके के पास 37 सीटें हैं.

TMC- पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव पर अभी तक कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि तृणमूल कांग्रेस विपक्ष के साथ ही जाएगी.

DMK- डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने कहा है कि डीएमके टीडीपी की तरफ से लाए अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगी.

SHIVSENA- शिवसेना ने अविश्वास प्रस्ताव में मोदी सरकार का साथ देने का एलान किया है. शिवसेना ने अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी कर सदन में मौजूद रहने को कहा है.

सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना कल अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग का बहिष्कार कर सकती है. शिव सेना के सांसद संजय राउत ने कहा है कि वोटिंग पर आखिरी फैसला पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे लेंगे.

BJD-  बीजू जनता दल ने अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी करते हुए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान संसद में रहने को कहा है. बीजेडी की बैठक में पार्टी के निलंबित सांसद रामचंद्र हंसदा भी मौजूद थे. बीजेडी ने अभी कुछ भी साफ नहीं किया है. पार्टी फ़्लोर पर ही तय करेगी कि क्या करना है. पार्टी के 20 सांसद हैं, लेकिन बैजयंत पंडा ने इस्तीफ़ा दे दिया है.

बता दें कि मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी का लोकसभा में कोई सासंद नहीं है. वहीं समाजवादी पार्टी का विपक्ष के साथ जाना तय माना जा रहा है.

शत्रुघ्न सिन्हा भी देंगे मोदी सरकार का साथ

बड़ी बात यह है कि पिछले चार सालों से मोदी सरकार का विरोध करने वाले बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भी कल मोदी सरकार का साथ देंगे. सिन्हा ने साफ कहा है जब तक मैं बीजेपी हूं, बीजेपी के लिए जान दे दूंगा. मुसीबत की घड़ी में मैं पार्टी के साथ रहूंगा. मैं अविश्वाश प्रस्ताव के खिलाफ वोट करूंगा. तथाकथित मुसीबत में पार्टी के साथ कदम से कदम मिलाकर चलूंगा.


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