India China Border Dispute: चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है. इस बीच विदेश राज्यमंत्री ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में भारत-चीन के बीच तनाव को हल करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी. विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने लोकसभा में लिखित जवाब में कहा है कि पूर्वी लद्दाख में LAC के बचे हुए क्षेत्रों में डिसइंगेजमेंट को लेकर बातचीत हो रही है. भारत और चीन ने राजनयिक और सैन्य चैनल्स के जरिए इस बातचीत को जारी रखा है. 


पिछले 20 महीनों पूर्वी लद्दाख से सटी लाइन ऑफ कंट्रोल यानि एलएसी पर भारत और चीन के बीच विवाद चल रहा है. फिंगर एरिया, कैलाश हिल रेंज और‌ गोगरा में तो डिसइंगेजमेंट हो गया है, लेकिन हॉट स्प्रिंग, डेमचोक और डेपसांग प्लेन में अभी भी दोनों देशों के सैनिकों में स्थिति जस की तस बनी हुई है.


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक दिन पहले ही बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि चीन भारतीय नागरिकों का अपहरण कर उन्हें प्रताड़ित कर रहा है और वह (मोदी) चुपचाप “अच्छे दिनों” का इंतजार कर रहे हैं. राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि, “चीन ने पहले हमारे देश की जमीन पर कब्जा किया और अब हमारे नागरिकों का अपहरण और उन्हें प्रताड़ित कर रहा है. मोदी जी चुपचाप अच्छे दिनों का इंतजार कर रहे हैं. शर्मनाक.”






गांधी ने ट्वीट के साथ एक खबर को भी अटैच किया, जिसमें अरूणाचल प्रदेश से भाजपा सांसद तापिर गाओ का एक बयान है. गाओ ने सरकार से आग्रह किया था कि चीन भारतीय नागरिकों को अगवा कर रहा है, इसलिए इस समस्या का समाधान निकाला जाए.


इससे पहले विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा में कहा कि भारत सरकार की नीति आतंकवाद को "कतई बर्दाश्त नहीं करने" की है और वह इस खतरे का मुकाबला करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामूहिक प्रयासों में विश्वास करती है. उन्होंने अफगानिस्तान के घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में यह टिप्पणी की.


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