(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
समझौते के बाद LAC से आई चीनी सैनिकों के तंबू उखड़ने की तस्वीर, बोरिया-बिस्तर समेटकर लौटे वापस
फिंगर एरिया से अपने संघड़ (पत्थरों के अस्थायी बंकर्स) तोड़ते हुए चीनी सैनिकों की तस्वीर सामने आई है. चीनी सैनिक अपने जेनरेटर और दूसरे सामान ले जाते दिखे. भारत और चीन के सैनिक पिछले 10 महीने से आमने-सामने थे.
नई दिल्ली: लद्दाख में भारत और चीन के बीच डिसइंगेजमेंट की नई तस्वीरें सामने आई हैं. पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील इलाक़े में भारत और चीन के सैनिक और टैंक अपने-अपने मोर्चे की जगह से पीछे हट रहे हैं. नई तस्वीरों में चीन के सैनिक अपने-अपने अस्थायी बंकर तोड़ रहे हैं. चीन के सैनिक वहां से अपने जेनरेटर और दूसरे सामान ले जाते हुए दिख रहे हैं.
10 महीने से आमने सामने थे भारत चीन के सैनिक
पिछले 10 महीने से दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने थे. लेकिन 9वें राउंड की बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच फिंगर एरिया से डिसइंगेजमेंट को लेकर सहमति बनी. समझौते के तहत चीन के सैनिक अब फिंगर 4 से फिंगर 8 पर लौटेंगे जबकि भारत के सैनिक फिंगर 4 से फिंगर 3 पर आ जाएंगे.
पत्थर से बने थे चीनी सेना के बंकर्स
फिंगर नंबर चार से आठ के बीच में चीन ने पिछले दस महीने में बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती कर दी थी. इसके अलावा वहां पर अपने अस्थाई बंकर्स भी बना लिए थे. इन अस्थाई बंकर्स को संघड़ कहा जाता है जो पत्थर के बने होते हैं. इन सभी को तोड़कर चीनी सेना यहां से वापस जा रही है. पैंगोंग सो के दक्षिण की बात करें तो वहां पर टैंक हैं, कॉम्बैट वेहिक्लस और मशीन हैं. वहां पर जेसीबी मशीन भी दिखी थी.
अप्रैल-मई 2020 के पहले की स्थिति होगी बहाल
जो स्थिति अप्रैल-मई 2020 के पहले की थी उसी स्थिति में इस पूरे एरिया को लेकर आने में सहमति बनी है. पूरी जमीन को वहां पर समतल किया जा रहा है. इस हफ्ते में मानकर चला जा रहा है कि फिंगर एरिया से डिसइंगजेमेंट की प्रकिया पूरी हो जाएगी. 15 दिनो के अंदर पूरे पैंगोंग सो के नॉर्थ और साउथ दोनों में पूरा हो जाएगा.