भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कांग्रेस पर किसान आंदोलन में हिंसा फैलाने के लगाये गये आरोप को विपक्षी पार्टी ने आज खारिज करते हुए पलटवार किया और कहा कि बीजेपी और संघ के असंतुष्ट लोगों ने किसान आंदोलन को भड़काया और इसमें हुयी हिंसा के लिये भी यही लोग जिम्मेदार हैं.


महात्मा गांधी के अहिंसा के सूत्र को मानने वाली पार्टी है कांग्रेस


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में बीजेपी और मुख्यमंत्री चौहान द्वारा कांग्रेस पर किसान आंदोलन भड़काने के लगाये गये आरोप को सिरे से नकारते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस महात्मा गांधी के अहिंसा के सूत्र को मानने वाली पार्टी है और यह कभी हिंसा में शामिल नहीं हो सकती है.’’


यादव ने इन्दौर जिले की बेटमा नगर पंचायत अध्यक्ष एवं बीजेपी नेता बब्बी दरबार की हिंसा में शामिल होने की अखबारों में छपी तस्वीर दिखाते हुए कहा कि बीजेपी नेताओं द्वारा लोगों को डंडे बांटते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया में प्रसारित हो रहा है. उन्होंने दावा किया, ‘‘दरअसल किसान आंदोलन को बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के लोगों ने भड़काया है और इसमें हिंसा के लिये भी यही लोग जिम्मेदार हैं.’’


मुख्यमंत्री चौहान का कांग्रेस पर आरोप


अजय सिंह ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री चौहान का कांग्रेस पर आरोप लगाना आसान है, लेकिन मेरा सवाल है, जब मुख्यमंत्री उज्जैन में किसान नेताओं से समझौता करते हैं, तो कांग्रेस कहां थी. जब किसानों पर गोली चली और उनकी मौत हुई तो उसके बाद आरोप कांग्रेस पर लगाया जाता है, यह किस तरह की राजनीति है.’’


उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री सही में किसान हितैषी होते और किसान आंदोलन की गंभीरता को समझते तो पहले ही सर्वदलीय बैठक बुलाकर इस पर चर्चा करके सर्वसम्मत हल निकालने का प्रयास करते.