Kashmiri Pandits Displaced In Anantnag: अनंतनाग (Anantnag) में विस्थापित कश्मीरी पंडित पुनर्वास कॉलोनी (Displaced Kashmiri Pandit Rehabilitation Colony) में मंगलवार को विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. विरोध प्रदर्शन की वजह जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट (Jammu and Kashmir High Court) का आदेश है. इस आदेश में प्रशासन ने कॉलोनी में अवैध रूप से रह रहे 27 कश्मीरी पंडितों के परिवारों को निष्कासित किया है. अपने सर से छत छीने जाने के बाद यह परिवार सड़क पर उतर आये और विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया.
कॉलोनी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुनील पंडिता के अनुसार निष्कासित किये गए परिवारों की संख्या 66 है, जिनकी कुल संख्या 300 है. इनमें 1 महीने से लेकर 12 साल के कुल 80 बच्चे शामिल हैं. रैना के अनुसार 2010 में प्रधानमंत्री पैकेज के तहत आये ये कर्मचारी कई फ्लैट में रह रहे थे और 2021 में इनको फ्लैट का आवंटन भी किया गया. हाईकोर्ट ने इसी आवंटन को रद्द कर दिया है जिससे ये परिवार सड़क पर आ गये हैं.
कॉलोनी में कितने उम्मीदवारों का है बसेरा?
कर्मचारियों के मुताबिक कॉलोनी में 2 हजार से ज्यादा विस्थापित परिवार रह रहे हैं. वहीं जिन ब्लॉक का आवंटन रद्द किया गया वो ब्लॉक अभी तक रद्द भी नहीं किया गया है. कर्मचारियों ने खुद अपने पैसे से 2021 में हुए आवंटन के बाद इनके निर्माण का काम पूरा किया था. कॉलोनी में ये फ्लैट M और N ब्लॉक में है.
इनमें से प्रदर्शन कर रहे एक पीड़ित अनिल ने बताया कि वह पिछले 12 सालों से कॉलोनी में रह रहे हैं. उन्होंने कहा कि 2021 में उनको फ्लैट दिया गया था जो अभी उनसे वापस ले लिया गया है. अनिल भी प्रधानमंत्री पुनर्वास योजना के तहत कश्मीर नौकरी के लिए आये थे और अभी अपने आप को ठगा हुआ मान रहे हैं.
'धोखा है प्रधानमंत्री पुनर्वास योजना'- प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी पंडित
इसी साल मई और जून में हुए आतंकी हमलों (Terrorisrt Attack) के बाद जिन लोगों के निशाने पर कश्मीरी पंडित (Kashmiri Pandit) और प्रधानमंत्री योजना के तहत लौटे कर्मचारी थे और सभी कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया था लेकिन अभी इन 27 परिवारों को नहीं पता कि सर से छत छीनने के बाद वो नौकरी करें या फिर अपने परिवार की सुरक्षा के लिए कश्मीर छोड़ दें.