रांची: झारखंड में साम्प्रदायिक पोस्ट शेयर करने के आरोप में ऋचा पटेल नाम की एक युवती को गिरफ्तार कर लिया गया था. इस मामले में उसे सिविल कोर्ट से जमानत तो मिल गई, लेकिन उसे पांच कुरान बांटने की सजा सुनाई गई है. जिसके बाद से एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया है. खुद ऋचा समेत कई लोगों ने कोर्ट के इस फैसले पर आपत्ती जताई है. लेकिन ये इस तरह का पहला मामला नहीं है, जिसमें कोर्ट ने इस तरह की सजा सुनाई है, बल्कि इससे पहले भी कोर्ट के द्वारा अजीब तरह की सजा सुनाई जा चुकी हैं. हम आपको आज कोर्ट के द्वारा दी गई इसी तरह की कुछ अजब-गजब तरह की सजा के बारे में बताते हैं.


चार आरोपियों ने काटे 27 पेड़ तो कोर्ट ने दी 270 पौधे लगाने की सजा


इसी साल 20 मार्च को राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में एक जज ने चार आरोपियों को 27 पेड़ काटने के जुर्म में 270 पौधे लगाने की सजा दी थी. बजरंगगढ़ के रहने वाले चार लोगों ने 27 पेड़ काट दिए थे, जिसके बाद वन विभाग के अधिकारी ने रिपोर्ट दर्ज की थी. कोर्ट ने चारों को 270 आंवले के पौधे लगाने की सजा दी थी.


पति की मौत पर नहीं रोई पत्नी तो कोर्ट ने हत्या से शक में सुना दी उम्र कैद की सजा


पिछले साल असम की एक निचली अदालत ने अपने अजब-गजब फैसले से लोगों को हैरान कर दिया था. यहां पर एक महिला को सिर्फ इसलिए उम्र कैद की सजा सुना दी गई थी, क्योंकि वो अपने पति की आप्राकृतिक मौत पर नहीं रोई थी. महिला के नहीं रोने पर कोर्ट ने उसे ही हत्या के लिए दोषी मान लिया, गुवाहटी हाई कोर्ट ने भी इस फैसले को बरकरार रखा था. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले को पटल दिया था, और इस पर कठोर टिप्पणी की थी.


छेड़छाड़ के आरोपी को कोर्ट ने करवाई थी उठक बैठक


साल 2012 में दिल्ली में छेड़छाड़ के एक आरोपी ने कोर्ट में अपना जुर्म कबूल कर लिया था. जिसके बाद कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में बिताए गए उसके समय को सजा मनाते उसे छोड़ने का आदेश दिया था. हालांकि उससे पहले उससे कोर्ट में ही उठक बैठक कराई गई थी.


ASI ने दिखाया वर्दी का रौब तो जज बोले- चलो मुर्गा बन जाओ


2015 में हरियाणा के झज्जर की कोर्ट में एक दरोगा को वर्दी का घमंड दिखाना उस वक्त महंगा पड़ गया था, जब उसने ऊंची आवाज में बता की थी. जिसके बाद जज ने उसे गुस्से में मुर्गा बनने की सजा सुना दी थी. काफी मिन्नत करने के बाद भी जज साहब का दिल नहीं पिघला, जिसके बाद एएसाआई काफी देर तक वहीं पर सर झुकाकर खड़े रहे. आखिर में जज के जाने के बाद उन्हें मुक्ति मिल पाई.


कोर्ट ने कुत्ते को सुनाई मौत की सजा, बाद में किया बरी


सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में अक्सर ऐसे मामले सामने आते रहते हैं. अमेरिका के मिशिगन प्रांत में कोर्ट ने जेब नाम के एक कुत्ते को पड़ोस में रहने वाले दूसरे कुत्ते व्लाड की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था, लेकिन बाद में डीएनए टेस्ट नहीं मिलने के कारण उसे बरी कर दिया गया.


कुरान विवाद: सजा पर बोली ऋचा पटेल- मुझे बेवजह जेल भेजा गया, हाई कोर्ट जाउंगी