नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार लगातार एक्शन में है. लोगों की परेशानियों के तुरंत निपटारे के लिए मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि उनकी गैरमौजूदगी में भी एक मंत्री नियमित रूप से जनसुनवाई करे. इसके साथ सभी आला अधिकारयों से कहा गया है कि वो अपने दफ्तर में सुबह नौ बजे से 11 बजे के बीच जनता से मुलाकात करें और उनकी पेरशानियां दूर करने का काम करें.


योगी सरकार ने जिला प्रशासन और पुलिस को चुस्त दुरुस्त करने के लिए सभी जिलाधिकारी और एसएसपी को निर्देश दिया है कि वो कैम्प ऑफिस में नहीं, बल्कि शाम 6 बजे तक अपने दफ्तर में मौजूद रहें.


सरकार के प्रवक्ता  श्रीकांत शर्मा ने आगे कहा, ''लोगों की शिकायत पर राज्य में अधिकारियों पर कार्रवाई की गई. अब हर जिले के डीएम और एसएसपी शाम 6 बजे तक दफ्तर में रहेंगे. सभी बातें लैंडलाइन फोन के जरिए की जाएंगी. अधिकारियों को अपने क्षेत्र में स्वच्छता पर खास जोर देना होगा.''


भ्रष्टाचार पर नकेल कसने को लेकर भी योगी सरकार सख्त दिख रही है. श्रीकांत शर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस हो, वार्निंग देकर नहीं छोड़ा जाएगा, कड़ी सजा का होगा प्रावधान होगा.


हाल ही में यूपी सरकार ने 84 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए थे. अब सरकार ने इन तबादलों का मुख्य कारण अधिकारियों के खिलाफ मिली शिकायतें बताई हैं. सरकार ने कहा है कि आगे भी शिकायतों पर एक्शन लिए जाएंगे.


बिजली सप्लाई बेहतर करने पर जोर


जब से योगी सरकार आई है, बिजली सप्लाई सुधारने को लेकर काफी गंभीर दिख रही है. आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में योगी सरकार ने दोहराया कि गांवों में शाम सात से सुबह पांच बजे तक बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. इसके साथ ही गांव में भी स्वच्छता पर जोर दिया गया.


इसके साथ ही श्रीकांत शर्मा ने कहा कि कल सारे विभागों का प्रस्तुतीकरण पूरा हुआ है. मुख्यमंत्री ने सभी विभाग का बारीकी से अध्ययन किया. सभी विभाग अपने अपने श्वेत पत्र जारी करेंगे. जिस मंत्री को जिन जिन जिलों का प्रभारी बनाया गया है वो उन जिलों में जाकर सरकार के सौ दिन के एजेंडे को ज़मीन पर उतारने और केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओंको आम आदमी तक पहुँचाने का काम करेंगे.