Diwali 2021 Green Crackers: मुंबई के बाजाराें में तेजी से लोग खरीद रहे ग्रीन पटाखे
Diwali 2021 Green Crackers: ग्रीन पटाखों में ऐसे केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचते है और उनकी वजह से वायु प्रदूषण फैलता है.
Diwali 2021 Green Crackers: पर्यावरण को देखते हुए कुछ राज्यों ने अपने राज्य में आम पटाखे बेचने पर पाबंदी लगा दी है लेकिन दीपावली के त्यौहार को देखते हुए उन्होंने अपने शहरों में ग्रीन पटाखे बेचने की परमिशन दी है. क्या होते हैं ग्रीन पटाखे और क्या मुंबई के बाजारों में भी ग्रीन पटाखे मिल रहे हैं?
मुंबई के बाजारों में आम पटाखों के साथ ग्रीन पटाखे भी बिकते नजर आए. दुकानदारों की मानें तो लोग ग्रीन पटाखों को भी खरीद रहे हैं क्योंकि ग्रीन पढ़ाकू की वजह से पोलूशन कम होता है यह पटाखे एनवायरमेंट फ्रेंडली माने जाते हैं.
ग्रीन पटाखों की है ये खासियत
ग्रीन पटाखे राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान केंद्र की खोज माने जाते हैं जिसपर मेरी संस्था का लोगों भी पाया जाता है. जानकारों के मुताबिक ग्रीन पटाखों में ऐसे केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचते है और उनकी वजह से वायु प्रदूषण फैलता है. ग्रीन पटाखे 40 से 50 फीसदी तक कम हानिकारक गैस पैदा करते हैं.
इनमें हानिकारक केमिकल का प्रयोग नहीं किया जाता
ये पटाखे साइज में छोटे होते है और आवाज भी कम करते है. जिसकी वजह से वायु और ध्वनि प्रदूषण कम होता है.
आमतौर पर आम पटाखों में 160 डेसिबल तक ध्वनि प्रदूषण पाया जाता है लेकिन इस बार बाजार में मिलने वाले ग्रीन पटाखे में 110 डेडिबल तक ध्वनि प्रदूषण होने की बात कही जा रही है.
कई राज्यों ने पटाखों की ब्रिकी पर लगाया बैन
आपको बता दें कि ओडिशा और दिल्ली सरकार ने कोरोना को देखते हुए और प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए पटाखों पर बैन लगा दिया है. वहीं राजस्थान में ग्रीन पटाखों की बिक्री अनुमति दी है. इसके साथ निर्धारित समय पर ही पटाखे फोटने का आदेश दिया है.
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