भोपाल: भोपाल में इस साल भी दिवाली दम घोटू रही. शहर का एक्यूआई लेबल दिवाली की रात 120 से 140 के बीच रिकॉर्ड किया गया जो कि सांस की बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए काफी घातक साबित होता है. वहीं पीएम 2.5 रहा जो सामान्य से अधिक है. दिवाली के दिन हुई बारिश से शहर में नमी का स्तर भी ज्यादा था, जिसके कारण पटाखों का धुआं 10 से 11 फीट की हाइट पर ही जम रहा है. धुएं और धूल से बचने के लिए लोग मास्क और रुमाल बांधकर ड्राइविंग करते नज़र आए.


खराब मौसम के साथ पटाखों ने बढ़ाई मुसीबत

शहर के ऊपर दिवाली के दिन भी कम ऊंचाई वाले बादल छाए रहे, जिसके कारण बूंदा-बांदी भी हुई. मौसम में नमी के कारण फटाकों का धुआं आसमान में नहीं फैल पाया. हवा की गति भी कम रही, जिसके कारण धुएं की परत जमीन से काफी नीचे ही जमा रही. धुएं के हवा में जमा होने के चलते एक्यूआई और भी बढ़ने के आसार हैं.


गाड़ी चलाने में हुई दिक्कत


भोपाल शहर के पुष्पा नगर इलाके में रहने वाले व्यापारी अक्षत श्रीवास्तव ने बताया कि दिवाली की रात पटाखों के धुएं के कारण विजिबिलिटी काफी कम हो गई थी. गाड़ी के सामने केवल धुआं और धुंध ही नजर आ रहा था, जिसके कारण ड्राइविंग में काफी दिक्कत हुई. ऐसे में एक्सीडेंट का खतरा भी बढ़ जाता है, साथ ही खासी और छींक ने भी परेशान किया.


10-11 फीट पर जमा रहा धुआं


साकेत नगर के सेक्टर 4B में रहने वाले नितेश जोशी ने बताया कि सामान्य दिनों के मुकाबले दिवाली के दिन प्रदूषण ज्यादा महसूस हुआ. वातावरण में नमी के कारण पटाखों का धुआं 10 से 11 फीट की ऊंचाई पर ही जमा रहा, जिसके चलते बच्चों और बुजुर्गों को खासी परेशानी हुई. प्रदूषण से बचने के लिए हम दिवाली की रात रिश्तेदारों से मिलने भी नहीं जा सके, घर को भी पूरी तरह से बन्द रखना पड़ा.


घर के अंदर जम गया धुआं, सांस लेना हुआ दूभर


भोपाल के कोलार इलाके में रहने वाली प्रज्ञा चतुर्वेदी ने बताया कि दिवाली के दिन लोगों ने बेतहाशा पटाखे फोड़े जिसके कारण हमारे घर के अंदर तक धुआं और बारूद के कण घुस गए. इससे खासी परेशानी हुई और धुआं काफी देर तक घर के अंदर जमा रहा. धुआं और बारूद की बदबू के कारण परिवार वालों का सांस लेना मुश्किल हो गया.