Ram Mandir Pran Pratishtha: 22 जनवरी को अयोध्या में बन रहे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का उद्घाटन करने वाले हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) समेत कई सामाजिक संगठन देश में तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं. इसी कड़ी में मुसलमानों को भी जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.


दरअसल, बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के दरगाहों में दिवाली कार्यक्रम और आरएसएस के मुस्लिम मंच के सदस्यों का अयोध्या तक मार्च कार्यक्रम के तहत मुसलमानों को एकता का संदेश देने का ठोस प्रयास किया जा रहा है.


36 दरगाहों और मस्जिदों का हुआ चयन


बीजेपी की अल्पसंख्यक शाखा एक अभियान चलाएगी, जिसमें ऐतिहासिक जामा मस्जिद और निज़ामुद्दीन औलिया दरगाह सहित दिल्ली की दरगाहों और मस्जिदों में दीपक जलाए जाएंगे. मोर्चा प्रमुख जमाल सिद्दीकी ने कहा कि विंग ने 36 ऐसे पवित्र जगहों का चयन किया है.


सिद्दीकी ने कहा, “इस देश की समन्वित प्रकृति का जश्न मनाने के लिए, हमने जामा मस्जिद, निज़ामुद्दीन दरगाह, कुतुब मीनार क्षेत्र सहित दिल्ली भर में 36 दरगाहों और प्रसिद्ध मस्जिदों में दिवाली समारोह आयोजित करने की योजना बनाई है. अभियान 12 से 22 जनवरी तक चलेगा और जब मैं एनसीआर की प्रसिद्ध मस्जिदों में जाऊंगा तो पूरे देश में दीपक जलाने का कार्यक्रम होगा.”


आरएसएस ने भी की तैयारी


दूसरी ओर, आरएसएस भी अपने मुस्लिम मंच के कार्यकर्ताओं को मंदिर की प्रतिष्ठा के बाद यात्रा के लिए जुटा रहा है. एक पदाधिकारी ने कहा कि मंदिर जाने वाले ज्यादातर लोग पैदल यात्रा करेंगे. कुछ लोग साइकिल और बाइक से भी यात्रा करेंगे. पदाधिकारी ने कहा कि उनका टारगेट उद्घाटन के बाद पहुंचने का होगा.


पदाधिकारी ने कहा, “50 से अधिक राज्यों से मुस्लिम मंच के सदस्य राम मंदिर देखने आ रहे हैं. आने वालों में से ज्यादातर लोग मध्य प्रदेश से होंगे, जबकि जम्मू-कश्मीर से भी लोग शामिल हो रहे हैं.'' पदयात्रा में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली के अलावा भी कई राज्यों से सदस्य शामिल होंगे.


ये भी पढ़ें: Ram Mandir: बाबर की सेना से भिड़ने वाले इस गांव के राजपूतों का भगवान राम से है रिश्ता, 500 साल बाद बांधेंगे पगड़ी