कोरोना काल में फीकी रही दिवाली की रौनक, महामारी ने आधी की दुकानदारों की सेल
कोरोना काल में दीवाली पर करोल बाग मार्केट में बाजार की रौनक काफी फीकी रही. मार्केट में कस्टमर्स की कमी होने से दुकानदारों की सेल ही हुई.
![कोरोना काल में फीकी रही दिवाली की रौनक, महामारी ने आधी की दुकानदारों की सेल Diwali's glory faded during the Corona period, epidemic halves shopkeepers ann कोरोना काल में फीकी रही दिवाली की रौनक, महामारी ने आधी की दुकानदारों की सेल](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/11/14191938/pjimage-31.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
नई दिल्लीः कोरोना महामारी के बीच आए त्योहारों पर धीरे-धीरे बाज़ारो में कुछ रौनक तो देखने को मिली लेकिन पिछले साल के मुकाबले दुकानदारों के लिए दिवाली काफी फिकी रही. दिवाली से पहले धनतेरस के दिन से ही बाज़ारो में रौनक बढ़ जाती है और दुकानों पर खरीदारों का जमावड़ा होता है. लोग त्योहार के मौके पर अब खरीदारी के लिए बाजारों में और दुकानों पर तो पहुंच रहे हैं लेकिन हर बार से अलग इस साल खरीदार बहुत कम हैं.
दिवाली पर जहां लोग सोने और चांदी की चीज़ें खरीदते थे, तो वहीं इस बार बहुत कम लोग ही खरीद पा रहे हैं. आस्था की वजह से कुछ लोग इस साल जैसे-तैसे खरीद रहे हैं, लेकिन कोरोना के बाद जो लोगों की आर्थिक स्तिथि खराब हुई है उसकी वजह से इस बार दीवाली पर इसका असर साफ देखने को मिल रहा है.
करोल बाग़ मार्केट में धनतेरस के दिन ना तो मार्किट में खरीदार ज़्यादा दिखे ना ही वह पहले जैसी दीवाली की रौनक, जिसकी एक मात्र वजह रही कोरोना. कोरोना ने दुकानदारों की सेल इस बार आधी कर दी है, तो वहीं लोगों का आर्थिक संतुलन भी खराब कर दिया. जिस वजह से लोग इस बार सिर्फ ज़रूरत का सामान ही बाज़ार में खरीद रहे हैं.
जहां लोगों में इस बार दिवाली की शॉपिंग को लेकर उत्साह नहीं दिखा, तो वहीं दुकानदार भी काफी मायूस दिखे. दुकानें खाली पड़ी हैं और बाज़ारों में भीड़ ना के बराबर ही है. अगर कोरोना के बढ़ते आंकड़ों और इस महामारी को देखा जाए तो यह अच्छा ही है लेकिन कोरोना की वजह से लोगों की आर्थिक स्तिथि बिगड़ गई है. बाज़ारों से मानो इस महामारी ने बाहार ही छीन ली है, करोल बाग मार्केट के दुकानदार सलीम खान का कहना है कि "बाज़ार में 25% रौनक है. लोगों के पास पैसा नहीं है. जो 4 चीज़ें लेता था वह 2 ले रहा है."
तो वहीं रेहड़ी पटरी लगाकर अपने घर का गुजारा करने वाले लोग जिनकी दिवाली पर काफी अच्छी सेल होती थी. वह भी इस कोरोना महामारी के बड़े शिकार हुए हैं. करोल बाग मार्केट में दिवाली के दिनों में रेहड़ी पटरी पर दीया बेचने वाले शम्मी का कहना है कि "बिल्कुल खराब हालात हैं. पहले जैसी दिवाली तो अब नहीं रही. कार्टन के कार्टन भरे पड़े हैं."
लोग इस बार खरीदारी करे भी तो कैसे, बजट लोगों का खत्म हो गया है. लोग सिर्फ ज़रूरत का सामान ही त्योहार पर खरीद रहे हैं. लोगों का कहना है कि पहले जो क्रेज़ था लोगों में दीवाली को लेकर कोरोना की वजह से अब वह नहीं रहा. बजट भी बिगड़ गया कोरोना की वजह से इसलिए जैसा जिसका बजट है वैसे ही शॉपिंग हो रही है.
इसे भी पढ़ेंः मध्य प्रदेश के CM शिवराज सिंह का ट्रैक्टर से खेत जोतते वीडियो वायरल, यहां देखिए
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![अनिल चमड़िया](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/4baddd0e52bfe72802d9f1be015c414b.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)