BJP vs Congress: कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने राज्य में मुस्लिम आरक्षण को लेकर संविधान में बदलाव करने की बात कहने से इनकार किया है. उन्होंने सोमवार (24 मार्च) को अपने बयान का खंडन करते हुए कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया है. शिवकुमार ने ये भी चेतावनी दी कि वे इस मुद्दे पर विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने पर विचार कर सकते हैं.


शिवकुमार ने स्पष्ट किया 'मैं एक अनुभवी नेता हूं और पिछले 36 वर्षों से विधानसभा में हूं. मैंने कभी संविधान बदलने की बात नहीं कही. मैंने सिर्फ इतना कहा था कि अलग-अलग फैसलों के बाद कई बदलाव होते हैं. जो भी आरक्षण दिया गया है वह पिछड़े वर्गों के तहत ही आता है.' उन्होंने आगे कहा 'मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है. मैं इस पर विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने का विचार कर रहा हूं और इस मामले को लेकर लड़ाई लड़ूंगा.'


शिवकुमार के बयान पर मचा बवाल


शिवकुमार के कथित बयान के बाद भाजपा ने इस मुद्दे पर विरोध जताया. संसद में इस मुद्दे को उठाते हुए केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा 'किसी संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति की ओर से मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए संविधान में बदलाव करने की बात कहना अस्वीकार्य है. कांग्रेस को इस पर सफाई देनी चाहिए और शिवकुमार को पद से हटाया जाना चाहिए.'


भाजपा ने वीडियो जारी कर लगाया आरोप


भाजपा की कर्नाटक इकाई ने सोशल मीडिया पर शिवकुमार का एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि कांग्रेस मुस्लिम वोट बैंक के लिए संविधान बदलने की कोशिश कर रही है. वीडियो में एंकर ने जब शिवकुमार से पूछा कि क्या संविधान धर्म के आधार पर आरक्षण की अनुमति देता है तो उन्होंने कथित तौर पर कहा 'हां मैं सहमत हूं. अदालत का फैसला आने तक इंतजार करें. कई बदलाव हो रहे हैं और संविधान भी बदलेगा.'


शिवकुमार के बयान पर BJP का हमला


इस मुद्दे पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा 'शिवकुमार के बयान से कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है.' वहीं दक्षिण कन्नड़ से भाजपा सांसद कैप्टन बृजेश चौटा ने राज्य सरकार पर मुस्लिम वोट बैंक के लिए संविधान के मूल सिद्धांतों से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा 'भाजपा इस फैसले के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन करेगी और संविधान को कमजोर करने की किसी भी कोशिश को सफल नहीं होने देगी.'