चेन्नई: तमिलनाडु के पूर्व सीएम करुणानिधि का चेन्नई के कावेरी अस्पताल में 84 साल की उम्र में निधन हो गया. वो लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे. तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) प्रमुख एम करुणानिधि का आज अंतिम संस्कार होना. चेन्नई के मरीना बीच पर उनकी समाधि को लेकर सस्पेंस बना हुआ है.
डीएमके चाहती है कि करुणानिधि की समाधि चेन्नई के मरीना बीच पर बने और इसी सिलसिले में दायर की गई एक याचिका पर आज सुबह 8 बजे सुनवाई होनी है. करुणानिधि की समाधि के लिए तमिलनाडु सरकार दूसरी जगह देने को तैयार है. लेकिन उनके समर्थक मरीना बीच पर ही समाधि चाहते हैं. सुनवाई के बाद मद्रास हाई कोर्ट तय करेगा मरीना बीच पर समाधि बनेगी या नहीं.
फिलहाल तो करुणानिधि के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए चेन्नई के राजाजी हॉल में रखा गया है. डीएमके प्रमुख करुणानिधि का पूरा नाम मुत्तुवेल करुणानिधि था. वो कलाईनार के नाम से भी मशहूर थे. 10 फरवरी 1969 को पहली बार राज्य के सीएम बनने वाले करुणानिधि पांच बार तमिलनाडु के सीएम रहे.
मरीन बीच पर समाधि को लेकर डीएमके के दलील
मरीन बीच के पास करुणानिधि की समाधि को लेकर डीएमके के दलील ये है कि उन्हें अन्ना की समाधि के पास जगह मिले. आपको बता दें कि अन्नादुरै डीएमके के संस्थापक थे और उनके निधन के बाद करुणानिधि राज्य के सीएम बने थे.
समाधि के पास वाली जगह में एमजीआर की समाधि है. निधन के बाद एमजीआर की समाधि के पास ही जयललिता को जगह मिली थी और अब अन्ना की समाधि के पास पार्टी के लोग डीएमके प्रमुख के लिए जगह चाहते है.
आपको ये भी बता दें कि एमजीआर और जयललिता का जब निधन हुआ था तब वो सिटिंग सीएम थे. इसके खिलाफ दायर की गई याचिका में याचिकाकर्ता की दलील ये है कि ये पूरा ज़ोन कोस्टल रेगुलेशन ज़ोन तहत आता है और बाकी की समाधियों को भी यहां से हटाया जाना चाहिए. वहीं, डीएमके का कहना है कि ये कोस्टल रेगुलेशन ज़ोन के तहत नहीं आता.
Video: मास्टर स्ट्रोक: पांच बार सीएम, 13 बार विधायक, 61 साल तक सियासत में सक्रिय रहे करुणानिधि का निधन