DMK leader Sivaji Krishnamurthy: डीएमके नेता शिवाजी कृष्णमूर्ति की बीजेपी नेता खुशबू सुंदर को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के चलते रविवार (18 जून) को उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया. इसके कुछ ही देर बाद उनकी गिरफ्तारी की खबर भी सामने आ गई. डीएमके प्रवक्ता ने बीजेपी नेता और राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य खुशबू सुंदर को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी. शिवाजी कृष्णमूर्ति के बयान के बाद तमिलनाडु में विवाद खड़ा हो गया है.  


एक जनसभा को संबोधित करते हुए शिवाजी कृष्णमूर्ति ने सुंदर के ऊपर ये टिप्पणी की है. बीजेपी नेता और अभिनेता खुशबू सुंदर ने डीएमके नेता की टिप्पणियों को मूर्ख टिप्पणियां कहते हुए आपत्ति जताई है. हालांकि, सुंदर पर विवादित टिप्पणी करने वाले डीएमके नेता शिवाजी कृष्णमूर्ति को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.


सभी महिलाओं की ओर से बोल रही हूं- खुशबू


खुशबू सुंदर ने अपने ट्विटर पर डीएमके के प्रवक्ता शिवाजी कृष्णमूर्ति का एक वीडियो शेयर करके कहा, "इस आदतन अपराधी की भद्दी टिप्पणियां डीएमके में प्रचलित राजनीतिक संस्कृति को दर्शाती हैं, किसी को भी किसी महिला के बारे में भद्दी टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है." सुंदर ने कहा कि आज मैं इस देश की सभी महिलाओं की ओर से बोल रही हूं. 


मुख्यमंत्री एमके स्टालिन इसपर बोलें- सुंदर


खुशबू सुंदर ने आगे कहा, "जब उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं होगा, तो वे बदनामी और चरित्र हनन करने के स्तर तक गिर जाएंगे. मैं चाहती हूं कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन इसपर बोलें, लेकिन मुझे पता है कि उनमें बोलने की हिम्मत नहीं है. शिवाजी कृष्णमूर्ति डीएमके में रहकर आनंद लेता रहेगा क्योंकि डीएमके के लोग बंद दरवाजों के पीछे इस तरह की बातों का आनंद लेते हैं."



'एम करुणानिधि जैसे महान नेता का अपमान'


मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को ट्विटर पर टैग करते हुए खुशबू सुंदर ने लिखा, "आप जो महसूस नहीं करते हैं, वह (कृष्णमूर्ति ) न केवल मेरा अपमान कर रहे हैं, बल्कि आपका और आपके पिता (दिवंगत एम करुणानिधि) जैसे महान नेता का अपमान भी कर रहे हैं. आप जितनी ज्यादा जगह शिवाजी कृष्णमूर्ति को देंगे, राजनीती में उतनी ज्यादा जगह आप खो देंगे. आपकी पार्टी गुंडों की शरणस्थली बनती जा रही है. यह बहुत शर्म की बात है." 


वहीं, तमिलनाडु के बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई ने कहा कि शिवाजी कृष्णमूर्ति की पहले राज्यपाल और अब खुशबू सुंदर के बारे में टिप्पणी अति निंदनीय है. हम बार-बार गलती करने वाले कृष्णमूर्ति के ऊपर तत्काल कार्रवाई की मांग करते हैं. बता दें कि शिवाजी कृष्णमूर्ति को तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान के बाद डीएमके ने पार्टी से निलंबित कर दिया था. 


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