तमिलनाडु की DMK कर सकती है राष्ट्रपति मुर्मु से मुलाकात, राज्यपाल आरएन रवि को वापस बुलाने की है मांग
डीएमके ने राज्यपाल को उनके पद से वापस बुलाने के संबंध में अपनी अर्जी देने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने का समय मांगा है.
DMK Meet To President: तमिलनाडु में सत्तारूढ़ कड़गम (डीएमके) और राज्यपाल आर.एन. रवि के बीच विवाद जारी है. डीएमके की नेता कनिमोझी ने कहा, पार्टी ने तमिलनाडु के वर्तमान राज्यपाल रविन्द्र नारायण रवि को उनके पद से वापस बुलाने के संबंध में अपनी अर्जी देने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने का समय मांगा है. कानिमोझी ने राज्यपाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्यपाल की ओर से उन प्रतिनिधियों पर टिप्पणी करना बिल्कुल भी उचित नहीं है जिन्हें जनता ने सीधे चुना है.
कनिमोझी ने राज्यपाल पर लगाए ये आरोप
कनिमोझी ने संवाददाताओं से बातचीत में यह भी आरोप लगाया की गैर-भाजपा शासित राज्यों के राज्यपाल संविधान के खिलाफ जाने वाले कृत्यों में शामिल है. ऐसे राज्यपाल जानबूझकर सत्ताधारी सरकार के खिलाफ टिप्पणियां कर रहे हैं और राज्य की विकास नीति के लिए रौड़ा बन रहें है. उन्होंने आगे यह भी कहा की राज्यपाल के संबंध में राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है हमें उम्मीद है कि वह हमारी याचिका सुनने के लिए जरूर समय निकालेंगी.
ज्ञापन में डीएमके के सभी सांसदों ने किए हस्ताक्षर
डीएमके ने सभी पार्टियों को एकजुट कर राष्ट्रपति के पास एक ज्ञापन भेजने का फैसला किया था. इसमें डीएमके के सभी सांसदों ने हस्ताक्षर किए है और राज्यपाल आरएन रवि (Governor RN Ravi) को पद से तत्काल वापस लेने की मांग भी की है.पूर्व केंद्रीय मंत्री और डीएमके लोकसभा के फ्लोर लीडर टीआर बालू को सांसदों के हस्ताक्षर प्राप्त करने और राष्ट्रपति को जल्द से जल्द ज्ञापन सौंपने का काम दिया गया था.
इस वजह से राज्यपाल से नाराज हैं डीएमके
डीएमके सूत्रों के अनुसार, ज्ञापन में राज्यपाल रवि को इस आधार पर वापस बुलाए जाने का तर्क दिया गया है कि वह विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों को मंजूरी नहीं देकर निर्वाचित सरकार को अपने कर्तव्यों का पालन करने से रोक रहे हैं. ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि राज्यपाल विधेयकों को मंजूरी देने में विफल रहने से लोगों की मांगों को पूरा करने के राज्य सरकार के प्रयासों में भी रोड़ा बन गए हैं.