न्यू हैदरपुर बादली मोड़ मेट्रो स्टेशन पर होगा डीएमआरसी का सबसे ऊंचा प्लेटफार्म
देश की राजधानी दिल्ली में मेट्रो ने साल 2002 में रफ्तार पकड़ी. 231 किलोमीटर के इलाके में फैले इस मेट्रो ट्रेन के नेटवर्क को देश का सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क माना जाता है.
नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो विस्तार के चतुर्थ चरण में डीएमआरसी ने सबसे ऊंचा प्लेटफार्म बनाने का लक्ष्य रखा है. यह प्लेटफार्म मैजेंटा लाइन पर आने वाले न्यू हैदरपुर बादली मोड़ मेट्रो स्टेशन पर बनेगा. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि पूरा होने के बाद न्यू हैदरपुर बादली मोड़ मेट्रो स्टेशन की ऊंचाई 23.5 मीटर हो जाएगी जो पिंक लाइन के मयूर विहार फेज वन मेट्रो स्टेशन(22 मीटर) से ऊंचा होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मार्च में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की एक बैठक में दिल्ली मेट्रो के प्रस्तावित चतुर्थ चरण के छह गलियारों में से तीन को मंजूरी मिल गई थी.
बता दें डीएमआरसी ने अपना पहला कॉरीडोर दिल्ली के शाहदरा और तीस हजारी के बीच 25 दिसम्बर, 2002 को शुरू किया था. इसके बाद 65 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन्स के निर्माण का पहला चरण 2005 में उसके निर्धारित समय से दो साल नौ महीने पहले पूरा कर लिया गया था. दूसरे चरण में डीएमआरसी 125 किलोमीटर के अन्य मेट्रो कॉरीडोर्स का निर्माण केवल साढ़े चार साल में पूरा कर लिया था.
डीएमआरसी के पास आज चार, छह और आठ कोच की 216 ट्रेन का सेट है. वर्तमान में छह कोच वाली 100 से अधिक और आठ कोच वाली 60 से अधिक ट्रेनें चलाई जा रही हैं.
दिल्लीवासियों को एक आरामदेह परिवहन विकल्प उपलब्ध कराने के साथ ही दिल्ली मेट्रो सड़कों पर वाहनों की भीड़ कम करने की दिशा में भी योगदान दे रही है. केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) द्वारा वर्ष 2011 में किए गए एक अध्ययन के मुताबिक दिल्ली मेट्रो के आने से दिल्ली की गलियों से 1.17 लाख वाहन हटाने में सहायता मिली है.
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