पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस (Ananda Bose) ने रविवार (5 अगस्त, 2024) को कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का सम्मान करते हैं और उनके साथ उनके प्रोफेशनल रिलेशन हैं, लेकिन राजनेता के तौर पर ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) उन्हें पसंद नहीं हैं.


पीटीआई-भाषा के साथ एक इंटरव्यू में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने ममता बनर्जी के साथ अपने मतभेदों के बारे में खुलकर बात की. राज्यपाल का ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार के साथ अक्सर टकराव रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ अपने संबंधों के बारे में पूछे जाने पर आनंद बोस ने कहा, 'कौन सी ममता बनर्जी. मेरे सामने तीन ममता बनर्जी हैं.'


उन्होंने कहा, 'एक ममता बनर्जी हैं, जिनसे मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं. दूसरी हैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जिनसे मेरे प्रोफेशनल रिलेशन हैं. तीसरी हैं राजनेता ममता बनर्जी, जो मुझे पसंद नहीं हैं.' आनंद बोस ने कहा, 'अन्यथा, ममता बनर्जी मेरी मित्र हैं. मुख्यमंत्री मेरी सहकर्मी हैं और मैं कोई राजनेता नहीं हूं. राजनेता अपने तरीके से कुछ भूमिकाएं निभाते हैं. मैं उन्हें अपने आत्मसम्मान में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं दूंगा.'


राज्यपाल आनंद बोस की ओर से आठ विधेयकों को कथित रूप से मंजूरी न देने के खिलाफ पश्चिम बंगाल सरकार का सुप्रीम कोर्ट का रुख करने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके कार्यालय में कोई भी विधेयक लंबित नहीं है. उन्होंने दावा किया, 'अगर मैं हल्के-फुल्के अंदाज में कहूं तो बंगाल राजभवन में केवल इलेक्ट्रिसिटी बिल ही लंबित हैं. विधानसभा द्वारा भेजा गया सरकार का कोई भी विधेयक वहां लंबित नहीं है.'


आनंद बोस ने कहा, 'ऐसा मामला (बनाया गया) है कि राज्यपाल के पास आठ विधेयक लंबित हैं. छह विधेयक राष्ट्रपति को भेजे जाने हैं. एक विधेयक को कुछ स्पष्टीकरणों पर सरकार के कार्यालयों के साथ चर्चा के लिए रखा गया है. एक विधेयक विचाराधीन है.'


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