West Bengal Doctor Rape-Murder Case: तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रे ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में सुखेंदु शेखर रे ने सीबीआई से निष्पक्षता से मामले की जांच करने की मांग की है.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, "सीबीआई को निष्पक्षता से काम करना चाहिए. पूर्व प्रिंसिपल और पुलिस कमिश्नर को हिरासत में लेकर पूछताछ करनी चाहिए, ताकि पता चल सके कि आत्महत्या की कहानी किसने और क्यों फैलाई."
सबूत जुटाने में देरी और दीवार गिराने को लेकर उठाए सवाल
सुखेंदु शेखर रे ने अपने पोस्ट में आगे लिखा कि सीबीआई को यह भी जानना चाहिए कि हॉल की दीवार क्यों गिराई गई, रॉय को इतना शक्तिशाली बनाने के लिए किसने संरक्षण दिया, सबूत जुटाने के लिए घटना के तीन दिन बाद खोजी कुत्ते का इस्तेमाल क्यों किया गया... ऐसे सैकड़ों सवाल हैं जिनके जवाब बाकी हैं और सीबीआई को इनके जवाब निकलवाने चाहिए.
14 अगस्त को भी पार्टी के खिलाफ जाकर किया था प्रदर्शन
बता दें कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय डॉक्टर से रेप और हत्या के खिलाफ 14 अगस्त 2024 को आधी रात हुए विरोध प्रदर्शन में भी सुखेंदु शेखर रे शामिल हुए थे. उन्होंने इसका ऐलान पहले ही कर दिया था. तब उन्होंने एक्स पर लिखा था, "मैं प्रदर्शनकारियों में शामिल होने जा रहा हूं, खास तौर पर इसलिए क्योंकि लाखों बंगाली परिवारों की तरह मेरी भी एक बेटी और छोटी पोती है. हमें इस अवसर पर उठ खड़ा होना चाहिए. महिलाओं के खिलाफ क्रूरता बहुत हो गई है. आइए हम सब मिलकर इसका विरोध करें. चाहे कुछ भी हो जाए."
2011 से हैं टीएमसी के टिकट पर राज्यसभा के सदस्य
एक 'एक्स' यूजर ने जब प्रदर्शन में शामिल होने को लेकर उनके ऐलान के बाद उनसे पूछा था कि अपनी ही सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन में शामिल होने के कारण आपको तृणमूल कांग्रेस से बाहर किया जा सकता है, तो उन्होंने जवाब दिया था कि कृपया मेरे भाग्य की चिंता न करें. मेरी रगों में एक स्वतंत्रता सेनानी का खून बहता है. मुझे इसकी बिल्कुल भी परवाह नहीं है. 75 साल के सुखेंदु शेखर रे 2011 से संसद के ऊपरी सदन यानी राज्यसभा के सदस्य हैं और वह सदन में तृणमूल कांग्रेस के उपनेता भी रह चुके हैं.
ये भी पढ़ें