NEET पीजी काउंसलिंग में देरी के खिलाफ अब रेजिडेंट डॉक्टरों ने आज से इमरजेंसी सेवाएं बंद करने का फैसला किया है. मामले को लेकर गुस्साएं रेजिडेंट डॉक्टर्स ने जानकारी देते हुए कहा कि वो देशभर के सभी बड़े सरकारी अस्पतालों की इमरजेंसी सेवाओं का बहिष्कार करेंगे. वहीं, रेजिडेंट डॉक्टर्स के इस निर्णय से मरीजों को खास परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. 


बता दें, इससे पहले अपनी मांगों को लेकर रेजिडेंट डॉक्टर्स ने ओपीडी सेवा बंद करने का ऐलान किया था हालांकि मांगों को पूरा ना होते देख अब उन्होंने इमरजेंसी सेवाएं भी बंद करने का ऐलान कर दिया है.


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को लिखा पत्र


रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठन फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखा जिसमें उन्होंने मांग करते हुए कहा कि, "नीट-पीजी की काउंसलिंग जल्द हो नहीं तो वो इमरजेंसी सेवाओं का बहिष्कार करेंगे." फोरडा ने कहा कि, "राष्ट्रीय और राज्य आरडीए के संग मिलकर ये निर्णय लिया गया है."


27 नवंबर से चल रहा रेजिडेंट डॉक्टर्स का विरोध प्रदर्शन


फोरडा की ओर से आगे कहा गया कि, "सभी प्रशासनिक प्राधिकारियों से अनुरोध करते हैं कि जल्द नए डॉक्टर्स की भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया जाए." बताते चले, रेजीडेंट डॉक्टरों ने काउंसलिंह में देरी के खिलाफ प्रदर्शन के तौर पर दिल्ली में केंद्र सरकार के तीन अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बंद कर दी थी. उनका ये विरोध प्रदर्शन 27 नवंबर से चल रहा है.


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