जम्मू का डोडा जिला हुआ आतंक मुक्त, अनंतनाग में हुई मुठभेड़ में मारा गया आखिरी आतंकी
जम्मू कश्मीर के डीजीपी ने बताया कि मारे गए आतंकी पर डोडा में बलात्कार का मामला दर्ज है और उससे ही बचने के लिए ये लश्कर में शामिल हो गया था और कश्मीर चला गया था.
जम्मू: सोमवार को कश्मीर घाटी के अनंतनाग में हुए एनकाउंटर में मारे गए लश्कर-ए-तोइबा के दो आतंकियों के साथ ही जम्मू का डोडा जिला आंतकवाद मुक्त हो गया है. कश्मीर घाटी में मारा गया लश्कर का एक कमांडर मसूद, डोडा में सक्रिय आखिरी आतंकी था. जम्मू-कश्मीर में बीते कुछ हफ्तों में सुरक्षाबलों ने आक्रामक तरीके से आतंकियों की सफाई का अभियान चलाया हुआ है.
'डोडा से कश्मीर शिफ्ट किया था ऑपरेशन'
जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि सोमवार को अनंतनाग के खुल चोहर इलाके में जम्मू कश्मीर पुलिस और सेना के साझा ऑपरेशन में लश्कर-ए-तोइबा के जिला कमांडर समेत एक अन्य कमांडर मसूद को मार गिराया गया.
दिलबाग सिंह के मुताबिक, मसूद पर डोडा में बलात्कार का एक मामला दर्ज है और वो लगातार पुलिस से छिपता फिर रहा था. उनके मुताबिक अपने आप को पुलिस से बचाने के लिए मसूद पहले लश्कर-ए-तोइबा में शामिल हुआ और इसके साथ ही अपने ऑपरेशन का क्षेत्र जम्मू के डोडा से कश्मीर शिफ्ट कर दिया.
आतंकियों के सफाए में सुरक्षाबलों को मिल रही सफलता
डीजीपी ने बताया कि मसूद डोडा में सक्रिय आखिरी आतंकी था और उसके मारे जाने के साथ ही अब जम्मू का डोडा जिला एक बार फिर आतंक मुक्त हो गया है.
घाटी में बीते कुछ दिनों से सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच लगातार हर रोज मुठभेड़ हो रही है. इस दौरान भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने मिलकर करीब 30-40 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया है.
ये भी पढ़ें
अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने हुरियत कान्फ्रेंस से दिया इस्तीफा, कहा- मौजूदा हालात सही नहीं