नई दिल्ली: डोकलाम इलाके में चीन एक बार फिर अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रहा है. चीन डोकलाम घाटी में मौजूद अपनी सड़क को चौड़ा कर रहा है. पिछले दिनों 73 दिनों तक चले इस विवाद को बातचीत के ज़रिए सुलझा लिया गया था और दोनों देश अपनी-अपनी सेनाओं को पीछे हटाने पर राजी हो गए थे. इसी के चलते कल रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत सिक्किम जा रहे हैं.


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जानकारी के मुताबिक, डोकलाम में जहां विवाद हुआ था वहां से 10 किमी दूर चीन सड़कों को चौड़ा कर रहा है. हालांकि  जहां पर सड़कें चौड़ी की जा रही हैं वो चीन का ही इलाका है.

चीन क्यों चौड़ी कर रहा है सड़क?

चीन अपने इलाके में सड़कों को चौड़ा कर एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश कर रहा है. पहला ये कि इलाके पर उसकी पकड़ कमज़ोर होने जैसा संदेश ना जाए. दूसरा ये कि भविष्य में अगर फिर विवाद होता है तो चौड़ी सड़कों का इस्तेमाल सेना और उसके साजो सामान को जल्दी डोकलाम तक पहुंचाने में हो सके.

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कल ही वायुसेना प्रमुख ने बताया था, ‘’चुंबी वैली में चीनी सैनिक मौजूद हैं. मुझे उम्मीद है कि उस इलाके में चल रहे अभ्यास के बाद सैनिक वापस चले जाएंगे.’’

सिक्किम बॉर्डर पर हाईअलर्ट जारी

चीन की इस गतिविधियों को देखते हुए सिक्किम बॉर्डर पर हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है. डोकलाम के पास करीब 500 चीनी सैनिक जमा हो गए हैं.  चीनी सेना का बटालियन मुख्यालय याटूंग में है जो डोकलम के विवादित इलाके से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर है. चीन धीरे-धीरे लगातार अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है. याटूंग में अपने फॉरवर्ड पोस्ट पर भी चीन ने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है.

कल सिक्किम का दौरा करेंगे रक्षा मंत्री और आर्मी चीफ

चीन की इस नयी चाल के बाद सिक्किम सेक्टर और डोकलाम में भारत के सैनिक पूरी तरह से अलर्ट हैं. कल रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत के साथ सिक्किम का दौरा भी करने जा रही हैं.