डोकलाम विवाद को पीछे छोड़ भारत के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए कर रहे हैं काम: चीन
चीनी महावाणिज्य दूत मा झानवु ने कहा, ‘‘जितना दोनों देश मिलकर काम करेंगे, हम उतना ही आदान-प्रदान और सहयोग को बढ़ाने और विकसित करने में सक्षम होंगे.’’
कोलकाता: चीन और भारत डोकलाम विवाद को पीछे छोड़कर अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए साथ मिलकर काम कर रहे हैं. चीनी महावाणिज्य दूत मा झानवु ने यह भी कहा कि साथ मिलकर काम करने से सहयोग और आदान-प्रदान को आगे बढ़ाया जा सकता है.
झानवु ने चीनी गणराज्य की स्थापना की 68वीं वर्षगांठ पर शुक्रवार की रात आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘भारत और चीन साथ मिलकर काम कर रहे हैं. इस संबंध को कैसे आगे बढ़ाया जाए इसपर चर्चा करने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शीन चिनफिंग की पांच सितंबर को बैठक हुई थी.’’
झानुव ने कहा, ‘‘जितना दोनों देश मिलकर काम करेंगे, हम उतना ही आदान-प्रदान और सहयोग को बढ़ाने और विकसित करने में सक्षम होंगे.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या दोनों देशों ने डोकलाम प्रकरण को पीछे छोड़ दिया है तो झानवु ने कहा, ‘‘हां, हमने पीछे छोड़ दिया है और द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिये साथ मिलकर काम कर रहे हैं.’’ प्रधानमंत्री मोदी ने गत पांच सितंबर को नौवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की थी.
दोनों नेताओं ने सहमति जताई थी कि दोनों देशों को अपने सुरक्षाकर्मियों के बीच सहयोग को मजबूत बनाने और डोकलाम जैसी घटना नहीं हो इस बात को सुनिश्चित करने के लिए और प्रयास करने चाहिए.
चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच बीते 16 जून से सिक्किम सेक्टर के डोकलाम इलाके में तनातनी चल रही थी जब भारतीय सैनिकों ने चीनी सेना को उस इलाके में सड़क बनाने से रोक दिया था. बीते 28 अगस्त को भारतीय विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि नयी दिल्ली और बीजिंग ने विवादास्पद डोकलाम क्षेत्र से अपने-अपने सैनिकों को हटाने का फैसला किया है.