डोकलाम विवाद में भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत, बुलडोज़र-टेंट समेत वापस लौटी चीनी सेना
अधिकारी ने कहा, ‘‘बुलडोजर ले जाए गए हैं, तंबुओं को हटा लिया गया है और उस (चीनी) झंडे को भी हटा लिया गया है जिसे उन्होंने वहां फहराया था.’’
नई दिल्ली: डोकलाम विवाद में भारत के शांत, धैर्य और सख्त रवैए के बाद अब चीन पीछे हट रहा है. भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक डोकलाम से चीन और भारत दोनों की सेनाएं हट रही हैं. सूत्रों के मुताबिक चीन के सैनिक डोकलाम से बुलडोजर लेकर वापस अपने देश की हद में लौट गए हैं. इसे भारत की बड़ी कूटनीतिक कामयाबी माना जा रहा है.
विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक, विवादित इलाके में करीब 1700-1800 चीनी सैनिक थे और वे सभी वहां से चले गए हैं. इस विवादित इलाके में चीनी सैनिक सड़क बनाने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने बताया कि भारतीय सैनिक, जिनकी संख्या ‘‘कुछ सौ’’ में थी, भी विवादित इलाके से लौट गए हैं और अब उस क्षेत्र में किसी देश की सेना तैनात नहीं है.
अधिकारी ने कहा, ‘‘बुलडोजर ले जाए गए हैं, तंबुओं को हटा लिया गया है और उस (चीनी) झंडे को भी हटा लिया गया है जिसे उन्होंने वहां फहराया था.’’ इससे पहले, सुबह में विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और चीन डोकलाम में गतिरोध की जगह से अपनी-अपनी सेना पीछे हटाने पर सहमत हुए हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि सेना हटाने का काम लगभग पूरा हो चुका है, जो दिखाता है कि ढाई महीने से चला आ रहा गतिरोध खत्म हो गया है. एक अधिकारी ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बताया कि जुलाई में हैम्बर्ग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच संक्षिप्त वार्ता के बाद मामले को सुलझाने की प्रक्रिया शुरू हुई.
उन्होंने बताया कि दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और चीन के विदेश सलाहकार यांग जाइची संपर्क में थे. आगामी तीन से पांच सितंबर तक चीन के जियामिन शहर में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले गतिरोध सुलझाने में कामयाबी हासिल हुई है.