Domestic Airlines Snags in 2022: नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने घरेलू विमानों के संचालन के दौरान आई गड़बड़ियों के आंकड़े लोकसभा में एक लिखित जवाब में साझा किए हैं.


सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो को 215, स्पाइसजेट को 143 और विस्तारा को 97 तकनीकी खामियों का सामना करना पड़ा. वहीं, एयर इंडिया के विमानों के संचालन के दौरान 64 तकनीकी खामियां दर्ज की गईं जबकि गो फर्स्ट और अकासा एयर ने क्रमश: 7 और 6 तकनीकी दिक्कतों का सामना किया. 


पिछले दो साल में सामने आईं एक हजार से ज्यादा गड़बड़ियां


2022 में एयर एशिया (इंडिया) ने 8, अलायंस एयर ने 3, फ्लाई बिग ने 1, ट्रूजेट ने 1 और ब्लूडार्ट एविएशन ने 1 तकनीकी खराबी का सामना किया. वहीं, पिछले दो साल (2021 और 2022) की अवधि में विभिन्न एयरलाइंस ने कुल 1,090 तकनीकी गड़बड़ियों पाईं.


पिछले की साल की गड़बड़ियों की संख्या में 2021 के मुकाबले मामूली उछाल देखा गया. 2021 में कुल घरेलू विमान कंपनियों ने संचालन के दौरान कुल 544 तकनीकी दिक्कतें झेली थीं. 


नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री ने बताया क्यों आती है दिक्कत


यह पूछे जाने कि 'क्या कम लागत वाली एयरलाइंस के कारण ज्यादा गड़बड़ियों के मामले सामने आते हैं', इस पर नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वीके सिंह ने 'नहीं' में उत्तर दिया. वीके सिंह ने कहा, ''विमान के संचालन के दौरान तकनीकी गड़बड़ियों का अनुभव होता है. ये विमान के सिस्टम, इक्विपमेंट, सिस्टम में खराबी आने और फंक्शनिंग के सही से काम न करने के कारण हो सकता है.''


नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री ने कहा कि कुछ तकनीकी खराबी के मामलों में गंभीर हादसों को टालने के लिए विमान के क्रू को एयर टर्न बैक करने और टेक ऑफ रद्द करने जैसे एक्शन लेने की जरूरत पड़ती है. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) यह सुनिश्चित करता है कि एयरलाइन और उसके रखरखाव के लिए जिम्मेदार संगठन नियामक आवश्यकताओं का पालन करना जारी रखें.


यह भी पढ़ें- UCC: यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर क्या है सरकार का स्टैंड? राज्यसभा में कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया