नई दिल्ली: ईंधन के मोर्चे पर आम उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी ख़बर आ रही है. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पिछले कुछ दिनों से जहां क्रमश: 0.61 पैसे और 0.60 पैसे (दिल्ली में) की कमी दर्ज की गई है, वहीं एलपीजी सिलेंडर की रिटेल सेलिंग प्राइस में लगभग 10 रुपये प्रति सिलेंडर की 1 अप्रैल से लागू होगी. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट से कोरोना संकट के बाद आर्थिक गतिविधियों में आ रही तेजी के बीच परिवहन क्षेत्र को भी राहत मिलने की उम्मीद है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें नवंबर 2020 के बाद से लगातार अपट्रेंड पर हैं. चूंकि भारत काफी हद तक कच्चे तेल पर निर्भर है और कीमतें बाजार से जुड़ी हुई हैं, इसलिए अंतरराष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि के परिणामस्वरूप पेट्रोलियम उत्पादों की घरेलू कीमत में वृद्धि हुई थी.
हालांकि, यूरोप और एशिया में बढ़ते कोरोना मामलों और वैक्सीन के साइड इफेक्ट पर चिंता के बारे में बढ़ती चिंताओं के कारण, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पाद की कीमतों में मार्च 2021 के दूसरे पखवाड़े में नरमी आई है. इसी वजह से तेल कंपनियों ने पिछले कुछ दिनों में डीजल और पेट्रोल के खुदरा बिक्री मूल्य (आरएसपी) में कमी की है. यह कटौती पूरे भारत में वाहन चालकों और ट्रांसपोर्टरों के लिए राहत के रूप में आई है.
एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कमी
इसके अलावा घरेलू रसोई गैस उपभोक्ताओं को राहत देने के उद्देश्य से 1 अप्रैल 2021 से प्रभावी दिल्ली में घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 819 रुपये प्रति सिलेंडर से घटाकर 809 रुपये प्रति सिलेंडर कर दी गई है. यही कमी अन्य बाजारों में भी की गई है.
देशभर में 14 करोड़ घरेलू एलपीजी सिलेंडर हर माह खपत में आते हैं. यानी एक बड़े वर्ग को ईंधन की कीमतों में की गई इस कटौती का फायदा मिलेगा. दरअसल, देश में हर व्यक्ति को स्वच्छ ईंधन की उपलब्धता हो, इसके लिए मौजूदा सरकार ने उज्जवला जैसी महत्वपूर्ण योजना संचालित की. इसकी वजह से 2014 में जहां देश भर में एलपीजी का दायरा 55 फीसदी था, वहीं अब 99 प्रतिशत है.
पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहिए क्योंकि उन्होंने सभी को गोत्र याद दिला दी- रवि किशन