नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के स्वागत के स्वागत में 24 फरवरी को अहमदाबाद में होने वाले भव्य समारोह का नाम केमछो ट्रम्प नहीं बल्कि 'नमस्ते ट्रम्प' होगा. नाम का यह बदलाव केंद्र सरकार ने कार्यक्रम को राष्ट्रीय रंगत देने के लिए किया गया है.


आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक 'केमछो ट्रम्प' की बजाय इसे नमस्ते ट्रम्प रखने का फैसला किया गया है ताकि इसमें किसी एक क्षेत्र की रंगत के बजाए व्यापक भारतीयता का रंग नज़र आए. नमस्ते भारत का विशिष्ट स्वागत परंपरा का प्रतीक है. इस कड़ी में राज्य सरकार को इसके लिए ज़रूरी निर्देश और इसके अनुरूप आवश्यक प्रचार सामग्री तैयार करने को कह दिया गया है.



अहमदाबाद के करीब मोटेरा में बने दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले राष्ट्रपति ट्रम्प के लिए स्वागत आयोजन की कल्पना लगभग उसी तर्ज पर की गई थी जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत में ह्यूस्टन के एनआरजी स्टेडियम में हुआ हाऊडी मोदी कार्यक्रम था. सितंबर 2019 में पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान भारतीय अमेरिकी समुदाय ने टेक्सास में हाऊडी मोदी का आयोजित किया था जिसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी शरीक हुए थे.


गौरतलब है कि हाऊडी मोदी का नाम टेक्सस में प्रचलित भाषाई अंदाज़ को ध्यान में रखकर किया गया था. लिहाज़ा जब अहमदाबाद में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के स्वागत के लिए नाम पर विचार हुआ तो 'केमछो ट्रम्प' यानी गुजराती के कैसे हो ट्रम्प को पसंद किया गया. मगर बाद में यह महसूस किया गया कि इस आयोजन को किसी राज्य विशेष की भाषाई पहचान देने की बजाए व्यापक भारतीयता की पहचान दी जाए. इसी कड़ी में आयोजन को 'नमस्ते ट्रम्प' का नाम देने का फैसला किया गया.


उल्लेखनीय है कि दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले 'नमस्ते ट्रम्प' आयोजन में एक लाख 10 हज़ार से ज़्यादा लोग शरीक होंगे. इसके लिए अहमदाबाद ही नहीं गुजरात में वडोदरा, सूरत, भावनगर, बनासकांठा के अलावा अन्य राज्यो से ही बहुत से लोग पहुंचेगे. इस आयोजन की तैयारी राष्ट्रपति ट्रम्प के आगे भारतीय संस्कृति के एक ग्रैंड शो की तरह बनाने की हो रही है. इसमें सांस्कृतिक आयोजनों के अलावा पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प के भाषण भी होंगे.


फेसबुक पर मैं हूं नंबर वन और पीएम मोदी नंबर टू, जल्द जा रहा हूं भारत- ट्रंप