नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी से कराह रही दुनिया को फिलहाल हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन दवा और उसका सबसे बड़ा उत्पादक देश भारत मदद का मसीहा नजर आ रहा है. ब्राजील के राष्ट्रपति जे बोलसेनारो ने जहां इस दवा की आपूर्ति के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम लिखे धन्यवाद के खत में संजीवनी बूटी जैसी मदद का जिक्र किया. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने भी इस दवा के संदर्भ में पीएम मोदी से हुई बातचीत में उन्हें ग्रेट और बहुत बढ़िया करार दिया.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने फॉक्स न्यूज़ को दिए एक फोन इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने कोविड19 के इलाज में काम आने वाली हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन दवा को लेकर प्रधानमंत्री मोदी से बात की थी. ट्रंप के मुताबिक भारत ने अपनी जरूरतों के कारण रोक लगाई थी. लिहाजा फोन वार्ता में उन्होंने पीएम से पूछा था कि क्या भारत इस दवा को अमेरिका के लिए रिलीज कर सकता है? राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम से हुई बातचीत का हवाला देते हुए उनके ग्रेट और बहुत बढ़िया जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया.
रोचक है कि राष्ट्रपति ट्रंप का यह ताजा बयान,भारत से हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन दवा ना मिलने पर जवाबी कार्रवाई के धमकी भरे लहजे का इस्तेमाल करने के महज 24 घंटे के भीतर आया है. गौरतलब है कि भारत ने अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के बाद कोविड19 संकट में मानवीय मदद के आधार पर अन्य देशों को भी इस दवा की आपूर्ति करने का फैसला किया है.
इस बीच ब्राजील के राष्ट्रपति जैयर बोलसेनारो ने भी भारत से मिली मदद की तुलना हनुमान जी का संजीवनी लाने जैसे काम से की है. बोलसेनारो ने पीएम मोदी को लिखे खत में कहा कि जिस तरह भगवान हनुमान हिमालय से भगवान राम के भाई लक्ष्मण की जान बचाने के लिए दवा लाए थे. उस तरह ब्राजील और भारत भी सहयोग कर कोविड19 बीमारी से उपचार देंगे. बोलसेनारो ने पीएम मोदी से शनिवार को हुई बातचीत में आग्रह किया था कि हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन व दवाओं के लिए अन्य सामग्री की आपूर्ति जारी रखी जाए. ब्राजील में कोविड19 मामलों की संख्या 14 हजार का आंकड़ा पार कर चुका है.
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