नई दिल्लीः अवैध घुसपैठियों को लेकर चल रहे सियासी घमासान के बीच भारत ने अब अपने सीमा प्रबंधन को अमेरिकन स्टाइल चुस्ती देने की तैयारी कर ली है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के गृह मंत्रालय के बीच एक समझौते पर मुहर लगेगी. इस समझौते के तहत सीमा, इमिग्रेशन, सप्लाई चेन सिक्योरिटी, विमानन सुरक्षा और अपराधिक मामलों की जांच पर अमेरिका भारतीय एजेंसियों को क्षमता विकास में मदद करेगा.


सरकारी सूत्रों के मुताबिक भारत के गृह मंत्रालय और अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी के बीच एक समझौते पर राष्ट्रपति ट्रंप की यात्रा के दौरान दस्तखत की उम्मीद है. इस समझौते के सहारे दोनों देशों के बीच आंतरिक सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, सीमा सुरक्षा, आव्रजन सुरक्षा को मजबूत करने में सहयोग करेंगे. अमेरिका इन क्षेत्रों से जुड़े भारत के अधिकारियों की पेशेवर क्षमताएं बढ़ाने में भी मदद करेंगे.


प्रस्तावित समझौते के तहत अंतरराष्ट्रीय अपराध और आतंकवाद की रोकथाम के उपायों पर भी दोनों मुल्क सहयोग करेंगे. इस बाबत एमओयू का ऐलान 25 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच होने वाली बातचीत के बाद किया जाएगा. महत्यवपूर्हण है कि यह समझौता भारत और अमेरिका के बीच जारी होमलैंड सिक्योरिटी डायलॉग प्रक्रिया का हिस्सा है.


आंतरिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर भारत और अमेरिका के बीच जारी सहयोग के तहत दोनों मुल्क प्रौद्योगिकी, आतंकवाद, सूचना साझेदारी समेत छह मुख्य मुद्दों पर ध्यान देते हैं.


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