नई दिल्ली: भारत के दौरे पर आए अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का आख़िरी कार्यक्रम मंगलवार रात राष्ट्रपति भवन में था. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में मेहमान डॉनल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलेनिया ट्रंप के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया था. इस रात्रिभोज में गृह मंत्री अमित शाह को भी शरीक होना था लेकिन वो नहीं पहुंचे. अब कयास ये लग रहे हैं कि दिल्ली में शुरू हुई हिंसा को रोकने के लिए अमित शाह लगातार रणनीति बनाने में व्यस्त रहे जिसके चलते वो रात्रिभोज में शरीक नहीं हो सके.


रात्रिभोज की शुरुआत 8 बजे हुई जिसमें मेहमान राष्ट्रपति और उनकी पत्नी के अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद , उनकी पत्नी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सभी क्षेत्रों के कई गणमान्य लोग मौजूद थे. इस भोज के बाद डॉनल्ड ट्रंप को सीधे अमेरिका के लिए रवाना होना था. ऐसे में अमित शाह के इसमें शामिल नहीं होने से चर्चाएं शुरू हो गईं.


दरअसल डॉनल्ड ट्रंप की यात्रा के पहले दिन अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में हुए विशाल स्वागत समारोह में अमित शाह मौजूद थे. लेकिन उसी दिन दिल्ली के जाफराबाद से हिंसा की ख़बरें आनी शुरू हो गई थीं.ऐसे में अमित शाह ने उसी दिन दिल्ली पहुंच कर शाम को आपात बैठक बुलाई. उसके बाद तो एक के बाद एक बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया.


कस्तूरबा मार्ग पुलिस स्टेशन के निरीक्षक निरीक्षक नामदेव शिंदे ने बताया, ‘‘हमने गैस स्टेशन के पांच कर्मचारियों को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और अन्य संबंधित प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया है.’’


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