रांची की अदालत ने रखी अनूठी शर्त, विवादित पोस्ट करने वाली छात्रा को जमानत के बाद अब बांटनी होगी कुरान की 5 कॉपी
जमानत के लिए कुरान बांटने की शर्त से आरोपी लड़की असंतुष्ट है. उसका कहना है कि अन्य समुदाय के लोग भी इस तरह का पोस्ट करते हैं. क्या उन्हें हनुमान चालीसा बांटने और मंदिर जाने के लिए कहा जाता है?
नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के मामले में गिरफ्तार हुई एक छात्रा को जमानत मिलने के बाद अब पवित्र कुरान शरीफ की पांच कॉपी बांटनी होगी. दरअसल, रांची में न्यायिक मजिस्ट्रेट मनीष सिंह ने फेसबुक पर सांप्रदायिक पोस्ट शेयर करने के मामले में गिरफ्तार छात्रा ऋचा पटेल को जमानत दी और शर्त रखी कि उन्हें कुरान की पांच कॉपी बांटनी होगी. पांच में से एक कॉपी अंजुमन इस्लामिया कमेटी और 4 अन्य कॉपियां विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों को देनी होगी.
ऋचा के वकील प्रवेश सिंह ने कहा, ‘‘हमने न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) की अदालत के सामने जमानत याचिका दायर की थी. हमें इस शर्त पर जमानत मिली कि उसे (ऋचा को) पिठोरिया में अंजुमन समिति को कुरान शरीफ की एक प्रति और शहर के विभिन्न पुस्तकालयों को इसकी चार प्रतियां भेंट करनी होंगी और 15 दिनों में इसकी रसीद अदालत में जमा करानी होगी.’’
आरोपी लड़की इस फैसले से असंतुष्ट है. उसका कहना है कि इस तरह के मामले पहले भी हुए हैं तो उन्हें मंदिर मंदिर घूम -घूम कर हनुमान चालीसा और गीता पढ़ने का ऑर्डर क्यों नहीं दिया गया? लड़की ने कहा कि उसके साथ अन्याय हुआ है, क्योंकि उसे मस्जिद जाकर कुरान बांटना होगा.
Richa Bharti, a student was directed by a Ranchi court to distribute 5 copies of Quran as condition for bail for posting an allegedly communal post on social media.She says,"Other communities also make such posts,have they ever been asked to recite Hanuman Chalisa&visit temples?" pic.twitter.com/GQCml3Qtfj
— ANI (@ANI) July 16, 2019
हिन्दू जागरण मंच ने भी लड़की का साथ दिया है. हिंदू जागरण मंच का कहना है कि इससे पहले भी फेसबुक पर इस तरह का पोस्ट किया गया. यहां तक कि हिंदू देवी-देवताओं को भी पोस्ट में अपमानित किया गया.
क्या है मामला?
छात्रा को धार्मिक भावनाएं आहत करने वाली सामग्री सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के मामले में 12 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था. बी.कॉम की छात्रा ऋचा भारती को अंजुमन समिति की प्राथमिकी के आधार पर गिरफ्तार किया गया था.
दरअसल एक लड़के ने ऋचा पर धार्मिक भावनाएं आहत करने वाली सामग्री पोस्ट करने का आरोप लगाया था जिसके बाद समिति ने पिठोरिया पुलिस थाने में इस संबंध में शिकायत की थी. उधर, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) आशुतोष शेखर ने बताया कि पुलिस अदालत से इस बात की पुष्टि कर रही है कि उसने वास्तव में क्या आदेश दिया है.
रांची शहर के बाहर पिठोरिया पुलिस थाने के तहत सरकार मोहल्ला में रहने वाले ऋचा के पिता प्रकाश और मां नीलम देवी ने कहा, ‘‘अपनी बेटी के वापस आने पर हमें राहत मिली है.’’