Raktdaan Amrit Mahotsav: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन (PM Modi Birthday) से भारत में 'रक्तदान अमृत महोत्सव' (Raktdaan Amrit Mahotsav) शुरू किया गया है जोकि 17 सितंबर से एक अक्टूबर तक मनाया जा रहा है. शनिवार शाम 5 बजे तक 6152 केंद्रों पर 1,72,503 लोगों ने e-raktkosh पोर्टल पर रजिस्टर किया है और 66,197 लोगों ने रक्तदान (Dlood Donation) किया है. 


इस कार्यक्रम के जरिये केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (MoHFW) देश में ब्लड बैंकों के नेटवर्क (Blood Banks Network) को मजबूत करना चाहता है. इस अभियान का उद्देश्य देश में कोविड-19 (Covid 19) के कारण हुई रक्त की कमी की समस्या का समाधान निकालना भी है. इस अभियान के जरिये सबसे महत्वपूर्ण ब्लड डोनर और ब्लड बैंक का व्यापक डेटा तैयार किया जाएगा.


ऐसे कर सकते हैं रक्तदान के लिए रजिस्टर


15 दिनों तक चलने वाले इस रक्तदान अभियान का हिस्सा बनने के लिए वेबसाइट और ऐप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है. इससे ब्लड डोनर का डेटा भी तैयार हो सकेगा. eraktkosh.in या Aarogya Setu App के जरिये कोई व्यक्ति रक्तदान के लिए रजिस्टर कर सकता है. रजिस्टर करने के लिए वेबसाइट या ऐप पर रक्तदान शिविर का विकल्प चुनना होगा. इसमें राज्य, जिला और तारीख जैसी डीटेल भरनी होगी. इसके बाद निकटतम रक्तदान शिविर का चयन कर सकते हैं और स्वैच्छिक ब्लड डोनर के रूप में रजिस्टर कर सकत हैं. इस प्रक्रिया में प्री-रजिस्ट्रेशन फॉर्म में पूरा विवरण भरना होगा.


स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने यह कहा


शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में बने एक शिविर में रक्तदान किया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने नागरिकों से ‘रक्तदान अमृत महोत्सव’ के तौर पर रक्तदान करने के लिए आरोग्य सेतु ऐप या ई-रक्तकोष पोर्टल पर पंजीकरण कराने और रक्तदान करने का अनुरोध किया.


इस अभियान के पीछे सरकार के कई और उद्देश्य हैं. इससे नियमित रूप से गैर-पारिश्रमिक स्वैच्छिक रक्तदान की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलेगी. इससे एक स्थाई और लचीली राष्ट्रीय रक्त प्रणाली तैयार होगी. इससे जरूरतमंद लोगों सुरक्षित रक्त समय पर मिल सकेगा.


रक्तदान से जुड़े कुछ जरूरी तथ्य



  • 350 ML रक्त तीन लोगों की जान बचा सकता है.

  • भारत में हर दो सेकेंड में किसी न किसी को खून की जरूरत होती है.

  • हम में से प्रत्येक तीन में से एक को अपने जीवन काल में रक्त की आवश्यकता होगी.

  • आज की सारी तकनीक के बावजूद रक्त का कोई विकल्प नहीं है.

  • 2021 आंकड़े के मुताबिक, 1.46 करोड़ यूनिट रक्त की डिमांड थी, जिसके लिए 1.25 करोड़ यूनिट की आपूर्ति हो सकी.

  • प्लाज्मा, रेड ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स जैसे रक्त उत्पादों को जमी हुई अवस्था में संग्रहित किया जाता है और इस प्रकार संग्रह के बाद उसे एक वर्ष तक उपयोग किया जा सकता है. इसका उपयोग विभिन्न फार्मा उत्पाद बनाने के लिए भी किया जाता है.


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