नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में अर्थव्यवस्था में नरमी का कारण दैवीय घटना बताया था. वित्त मंत्री की इसी टिप्पणी पर कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने तीखी आलोचना की है. चिदंबरम ने कहा, "मानव निर्मित आपदा के लिए भगवान को दोष मत दीजिए." चिदंबरम ने ये बात एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कही.


पी चिदंबरम ने कहा, "भगवान को दोष मत दो. असल में आपको तो भगवान को धन्यवाद कहना चाहिए. भगवान ने देश के किसानों को आशीर्वाद दिया है. कोरोना महामारी एक प्राकृतिक आपदा है, लेकिन आप इस प्राकृतिक महामारी को मनुष्य निर्मित आपदा से जोड़ रहे हैं."


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण क्या कहा था?


दरअसल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी परिषद 41वीं बैठक के बाद कहा था कि अर्थव्यवस्था असाधारण स्थिति का सामना कर रही है. यह दैवीय घटना है. इसके परिणामस्वरूप अर्थव्यवस्था में गिरावट तक आ सकती है.


इससे पहले, रिजर्व बैंक ने इसी सप्ताह कहा था कि आर्थिक गतिविधियों में गिरावट दूसरी तिमाही में भी जारी रहने की आशंका है. मई और जून में जो तेजी देखी गयी थी, ऐसा लगता है कि वह नदारद हो गयी है. इसका कारण कुछ राज्यों में कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये फिर से लॉकडाउन लगाया जाना है.


पहली तिमाही में जीडीपी गिरकर -23.9 फीसदी पर आई


कोविड-19 संकट के बीच देश की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही में 23.9 प्रतिशत की भारी गिरावट आयी है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आज जारी किए. इन आंकड़ों में जीडीपी में भारी गिरावट दिखी है. सकल घरेलू उत्पाद में इससे पिछले वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में 5.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.


अलग-अलग रेटिंग एजेंसियों और इंडस्ट्री के जानकारों ने पहली तिमाही में जीडीपी में गिरावट आने के अनुमान दिए थे. इसकी साफ तौर पर वजह बताई गई कि कोरोना वायरस महामारी और उसको रोकने के लिये लगाए ‘लॉकडाउन’ के चलते औद्योगिक उत्पादन गिरा है, देश में सकल घरेलू उत्पाद में बेतहाशा कमी आई है और रोजगार के आंकड़ों में भी बड़ी गिरावट है.


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